अमेरिका और भारत किडनैप बच्चों की तलाश के लिए करेंगे साथ काम
अपहृत बच्चों को तलाश करने के लिए और इनसे जुड़े अन्य मामलों में भारत और अमेरिका साथ मिलकर काम करेंगे. यह जानकारी अमेरिका के विदेश मंत्रालय के एक अधिकारी ने अमेरिकी सांसदों को दी. उन्होंने यह भी बताया कि अपनी भारत यात्रा के दौरान उन्होंने भारत सरकार से ‘हेग शिखर सम्मेलन’ में भी शामिल होने का अनुरोध किया.
विदेश मंत्रालय के ‘चिल्ड्रेन्स इशूज ब्यूरो ऑफ कॉन्सुलर अफेयर्स’ में विशेष सलाहकार सुजैन आई लॉरेंस ने सदन की विदेश मामलों की समिति की अफ्रीका, वैश्विक स्वास्थ्य, वैश्विक मानवाधिकारों एवं अंतरराष्ट्रीय संगठनों से जुड़े मामलों की उप समिति को बताया, ‘‘दोनों देशों में अपहृत बच्चों की तलाश के लिये व्यवहारिक समाधान तलाशने के मद्देनजर भारत हमारे साथ काम करेगा.’’
उन्होंने बताया कि इस संबंध में उनका यह विचार उनकी हालिया भारत दौरे और अंतरराष्ट्रीय अभिभावक बाल अपहरण (आईपीसीए) से लगातार जुड़े रहने के कारण बना है. लॉरेन्स ने कहा कि भारत ‘हेग शिखर सम्मेलन’ का हिस्सा नहीं है और उसने अधिनियम में निर्दिष्ट नियमों के प्रति उदासीनता दिखायी है. उन्होंने बताया कि भारत, ब्राजील और इंडोनेशिया की सरकारों के साथ अपनी द्विपक्षीय बैठकों में अमेरिका आईपीसीए का मुद्दा उठा उठाता रहा है.