उत्तर प्रदेशदस्तक-विशेष

अमेरिका की सिलिकॉन वैली की तरह यूपी में इण्टरनेशनल रिसर्च की वैश्विक प्रयोगशाशाला

जिला हमीरपुर के छेड़ी बसायक गांव में डा. रविकांत ने 100 एकड़ में बसाया भव्य रिसर्च सेंटर

-डी.एन. वर्मा

लखनऊ। स्वीडन के युवा वैज्ञानिक प्रोफेसर रविकांत ने अपने गृह जनपद हमीरपुर में गुरुकुल, भारत उदय, ग्रामीण विकास तथा इंटरनेशनल रिसर्च सेंटर वैश्विक प्रयोगशाला का निर्माण किया है। 100 एकड़ क्षेत्र में फैला यह भव्य रिसर्च सेंटर बिल्कुल अमेरिका के सिलिकान वैली का आभास कराता है। यहां पर भारतीय संस्कारों से युक्त गुरुकुल, भारत उदय मिशन, विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त हास्टल, जैविक खेती के द्वारा ग्रामीण भारत को रसायनमुक्त तथा लाभकारी खेती की जानकारी दी जाती है। नवरात्रि के अवसर पर एक सप्ताह के लिए भारत आये डा. रविकांत से मिलने और उनके भव्य अभियान को करीब से देखने का अवसर मिला। डा. रविकांत के नेतृत्व में संचालित तथा निर्मित इण्टरनेशनल रिसर्च की वैश्विक प्रयोगशाला, गुरुकुल, भारत उदय तथा ग्रामीण विकास का अध्ययन करने हेतु सिटी मोन्टेसरी स्कूल के सलाहकार प्रदीप कुमार सिंह, वरिष्ठ पत्रकार संजीव कुमार शुक्ला, तेजज्ञान फाउण्डेशन, पुणे की सत्याचार्या गुंजन तिवारी, शिक्षिका स्मिता त्रिपाठी एवं समाजसेवी विश्वपाल का पांच सदस्यीय एक दल लखनऊ से सड़क मार्ग से उत्तर प्रदेश के हमीरपुर जिले के छेड़ी बसायक गांव से 26 सितम्बर 2017 को एक दिवसीय यात्रा से उत्साहवर्धक अनुभव को लेकर वापस लौटा।
इस यात्रा के दौरान डा. रविकान्त द्वारा हमीरपुर जिले के छेड़ी बसायक गांव में 100 एकड़ जमीन में बसाये जा रहे भव्य इण्टरनेशनल रिसर्च सेन्टर, गुरुकुल, भारत उदय मिशन, विश्वस्तरीय सुविधाओं से युक्त होस्टल, जैविक खेती के द्वारा ग्रामीण भारत को रसायनमुक्त तथा लाभकारी खेती की जानकारी प्राप्त की। यहां पर भारतीय संस्कारों तथा आधुनिक संसाधनों से युक्त गुरुकुल तथा इण्टरनेशनल रिसर्च सेन्टर की दो मंजिला भव्य बिल्डिंग का निर्माण भी किया गया है। देश-विदेश के पर्यावरण शोधार्थियों एवं विशेषज्ञों के लिए आधुनिक संसाधनों से लैस प्रयोगशाला, मीटिंग हाल, आवास आदि की विश्वस्तरीय व्यवस्था की गयी है। आश्रम में जैविक खेती से उत्पन्न अनाजों, फलों, जड़ी-बुटियों तथा गौशाला के दूध, मट्ठे तथा शुद्ध घी का उपयोग किया जाता है।
उल्लेखनीय है कि डा. रविकांत सिटी मोन्टेसरी स्कूल, चौक शाखा, लखनऊ के पूर्व छात्र रहे हैं। डा. रविकांत महात्मा गांधी तथा सीएमएस के संस्थापक-प्रबन्धक डा. जगदीश गांधी व डा. भारती गांधी को अपना प्रेरणास्रोत मानते हैं। उन्होंने डा. जगदीश गांधी व डा. भारती गांधी के प्रति उन जैसे गरीब बालक को शिक्षा के क्षेत्र में आगे बढ़ाने में दिये गये सहयोग के लिए बारम्बार आभार प्रगट किया। डा. रविकांत ने नेतृत्व में भारत उदय मिशन इस गुरुकुल में प्रारम्भिक अवस्था से भारतीय संस्कारों पर आधारित आधुनिक शिक्षा की निःशुल्क व्यवस्था करने जा रहा है। इस गुरुकुल में बच्चों को चरित्र निर्माण, आध्यात्मिक गुणों के विकास, प्रकृति से जुड़ाव, प्रदुषण मुक्त जीवन तथा आधुनिक शिक्षा की आवासीय व्यवस्था भी रहेगी। इस नवीन पद्धति से प्रत्येक बालक खिलकर तथा खुलकर आत्मनिर्भरता पूर्वक तनावरहित जीवन जीने का भरपूर आनंद ले सकेगा।
युवा वैज्ञानिक हरित ऋषि डा. रविकांत द्वारा इस संस्कारयुक्त तथा आधुनिक ज्ञान-विज्ञान से ओतप्रोत नवीन शिक्षा पद्धति को विश्व नागरिक गढ़ने की एक खुली प्रयोगशाला का स्वरूप दिया जा रहा है। इस युवा वैज्ञानिक की दिशायुक्त परिकल्पना है कि इस गुरुकुल केन्द्र के सफल होने के बाद इसे पूरे देश के प्रत्येक जिले में विस्तार दिया जायेगा। आपके द्वारा भारत उदय मिशन के अन्तर्गत विशेषकर ग्रामीण क्षेत्र के गरीब प्रतिभाशाली बच्चों को सहयोग, मार्गदर्शन एवं सुझाव दिया जाता है। भारत उदय के इस महाभियान से जुड़ने के लिए डा. रविकांत से (मो. 7081996274) सीधे सम्पर्क किया जा सकता है।

 

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