अमेरिका ने पाकिस्तान को दी चेतावनी, परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रमों पर रोक लगाने को कहा
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वॉशिंगटन : पाकिस्तान के परमाणु एवं मिसाइल कार्यक्रम पर चिंता जाहिर करते हुए अमेरिका ने उसे इन कार्यक्रमों पर रोक लगाने के लिए कहा है। इसके साथ ही अमेरिका ने पाकिस्तान से कहा है कि वह ऐसा कोई कदम न उठाए, जिससे परमाणु सुरक्षा और रणनीतिक स्थिरता पर खतरा बढ़े।
उन्होंने कहा, ‘परमाणु क्षमता से संपन्न सभी देशों की तरह हमने पाकिस्तान से अपील की है कि वह अपने परमाणु हथियारों और मिसाइल विकास पर रोक लगाए। हमने इस बात पर जोर दिया है कि ऐसा कोई भी कदम उठाने से बचा जाए, जो परमाणु सुरक्षा, सुरक्षा या रणनीतिक स्थिरता पर खतरे को बढ़ा सकता हो।’ उन्होंने कहा, ‘हम पाकिस्तान के साथ 123 समझौते पर वार्ता नहीं कर रहे हैं।’
ओल्सन की ये टिप्पणियां एक ऐसे समय पर आई हैं, जब अमेरिकी सांसदों ने अमेरिकी सरकार से इस्लामाबाद के साथ सख्त होने के लिए कहा है। इसके पीछे उनका तर्क यह है कि पाकिस्तान भारत के साथ अपने संबंध सुधारने के मामले में संजीदा नहीं दिखता और उसने हथियारों के उत्पादन की गति भी बढ़ा दी है। हिगिंस ने सुनवाई के दौरान आरोप लगाया कि पाकिस्तान भारत के साथ अपने संबंध सुधारने को लेकर संजीदा नहीं है।
हिगिंस ने कहा, ‘पाकिस्तान भारत के कारण उसके अस्तित्व पर मौजूद कथित खतरे के खिलाफ हथियारों की दौड़ में शामिल है। कार्नेगी एनडाउमेंट फॉर इंटरनेशनल पीस के अनुसार, पाकिस्तान के पास अगले दशक में 350 परमाणु हथियार हो सकते हैं। इसके साथ ही वह भारत, फ्रांस, चीन और ब्रिटेन को पीछे छोड़ते हुए दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी परमाणु शक्ति बन सकता है।’ उन्होंने कहा कि भारत के साथ पाकिस्तान के रिश्तों में सुधार के कोई सकारात्मक संकेत नहीं मिल रहे हैं क्योंकि पाकिस्तान अपने परमाणु प्रसार को बाहरी आक्रमण के खिलाफ तैयारी बताते हुए उचित ठहराता है। जो दोहरा खेल वे खेलते आ रहे हैं, हमें उन्हें उसे बंद करने के लिए कहना होगा। यह खेल वह इस साल से नहीं, पिछले साल से नहीं, पांच साल से नहीं बल्कि पिछले 15 साल से खेल रहे हैं।