अमेरिका: भारत पर आक्रामक होने के बजाय आतंकवाद पर कार्रवाई करे पाक
अमेरिका ने एक तरह से अनुच्छेद 370 हटाने के भारत सरकार के फैसले का समर्थन किया है। पाकिस्तान को चेतावनी देते हुए अमेरिका ने कहा कि वो अपने देश में आतंकवादी समूहों के खिलाफ ठोस कार्रवाई करे। अमेरिका के दो प्रभावशाली डेमोक्रेटिक सांसदों ने पाकिस्तान से भारत के खिलाफ बदले की कोई भी कार्रवाई करने से बचने का आग्रह किया है। बता दें कि पाकिस्तान ने जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा हटाने के भारत के कदम को एकतरफा और गैरकानूनी बताते हुए बुधवार को भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को देश छोड़ने का निर्देश दिया और नई दिल्ली के साथ राजयनिक संबंधों को कम कर दिया था।
सीनेटर रॉबर्ट मेनेंदेज और कांग्रेस सदस्य इलियट एंजेल ने बुधवार को एक संयुक्त बयान में जम्मू कश्मीर में पाबंदियों पर चिंता भी जताई। मेनेंदेज सीनेट की विदेश संबंधों की समिति के शीर्ष सदस्य हैं जबकि एजेंल सदन की विदेश मामलों की समिति के अध्यक्ष हैं।
उन्होंने बयान में कहा कि पाकिस्तान को नियंत्रण रेखा पर घुसपैठ कराने में मदद समेत किसी भी तरह की बदले की कार्रवाई से बचना चाहिए और पाकिस्तान की सरजमीं पर आतंकवादी ढांचे के खिलाफ ठोस कार्रवाई करनी चाहिए।
बौखलाए पाक ने घटाए भारत से राजनयिक संबंध
जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने से बौखलाए पाकिस्तान ने भारत से राजनयिक संबंध घटाने और द्विपक्षीय व्यापार निलंबित करने की घोषणा की है। बुधवार को इस्लामाबाद में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार समिति की बैठक के बाद पाक विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने कहा कि हमने भारतीय उच्चायुक्त अजय बिसारिया को देश छोड़ने का आदेश दिया है और अब हमारा उच्चायुक्त भी दिल्ली नहीं जाएगा। भारत में फिलहाल पाक उच्चायुक्त नहीं है। पाक इसी महीने नवनियुक्त उच्चायुक्त मोइन-उल-हक को दिल्ली भेजने वाला था।
अनुच्छेद-370 खत्म करने और जम्मू-कश्मीर के पुनर्गठन से तिलमिलाए पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (एनएससी) की बैठक बुलाई। विदेश, रक्षा, कश्मीर मामलों के मंत्री और गृह मंत्री सहित सेना प्रमुख और आईएसआई चीफ की मौजूदगी में हुई इस बैठक में पांच फैसले लिए गए। बैठक के बाद जारी बयान में बताया गया कि एनएससी में भारत से राजनयिक रिश्ते घटाने का फैसला हुआ है। साथ ही द्विपक्षीय व्यापार भी निलंबित कर दिया गया है।