अन्तर्राष्ट्रीय

अमेरिका में प्रतिनिधिसभा की दौड़ में शामिल हुई ये भारतीय अमेरिकी महिला

अमेरिकी प्रतिनिधिसभा में प्रवेश की कोशिशों में लगीं भारतीय अमेरिकी सिविल इंजीनियर अरुणा मिलर मैरीलैंड सीट से विजयी होने को लेकर पूरी तरह आश्वस्त हैं। बता दें कि यहां से कांग्रेस में पुरुषों का ही प्रतिनिधित्व रहा है। मिलर (53) का जन्म हैदराबाद में हुआ था। वह वर्ष 1972 में सात साल की उम्र में अमेरिका आई थीं। वह अमेरिकी कांग्रेस के निचले सदन प्रतिनिधिसभा में प्रवेश के लिए कोशिश कर रही हैं।
अरुणा मिलर यदि निर्वाचित होती हैं तो वाशिंगटन डीसी राज्य से प्रमिला जयपाल के बाद इस सदन की सदस्य बनने वाली दूसरी भारतीय अमेरिकी महिला होंगी। डेमोक्रेटिक पार्टी की मिलर 26 जून को छठे मेरीलैंड प्राइमरी चुनाव में अपनी ही पार्टी के डेविड ट्रोन को चुनौती देंगी। मेरीलैंड सीट वाशिंगटन डीसी राज्य में आती है जिसे डेमोक्रेट्स की मजबूत पकड़ वाला माना जाता है।

प्रतिद्वंद्वी ट्रोन से कम पैसे खर्च किए

प्राइमरी चुनाव के लिए मिलर ने प्रतिद्वंद्वी ट्रोन से कम पैसे खर्च किए हैं। ट्रोन ने प्रचार पर व्यक्तिगत 10 मिलियन डॉलर जबकि मिलर ने 1.36 मिलियन डॉलर खर्च किए हैं। मिलर और ट्रोन पर पूरे अमेरिकी मीडिया की नजरें हैं। ‘वाशिंगटन पोस्ट’ ने सवाल किया है, ‘महिलाओं के इस साल में, क्या 10 मिलियन डॉलर वाला शख्स प्रतिनिधिसभा में जा सकता है?’

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