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अयोध्या में राम मंदिर था, राम मंदिर है: योगी आदित्यनाथ

yogi-adityanathगोरखपुर. उत्तर प्रदेश अयोध्या में राम मंदिर के लिए शिलाओं की खेप पहुंचने और उसका पूजन करने का मामला टूल पकड़ता जा रहा है. बुधवार को यह मामला राज्यसभा में भी गूंजा. जनता दल यूनाइटेड, बहुजन समाज पार्टी समेत अन्य विपक्षी दलों ने राम मंदिर मामले पर सरकार को घेरा.

इस बीच गोरखपुर से बीजेपी के सांसद योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या में शिलाओं का पहुंचना कोई नयी बात नहीं है. उन्होंने कहा कि अयोध्या में 1990 से पत्थर पहुंच रहे हैं और उनको तराशे जाने का काम बदस्तूर जारी है.

योगी ने कहा कि अयोध्या में राम मंदिर था और राम मंदिर है. उन्होंने कहा कि 2010 को हाई कोर्ट के फैसले से यह स्पष्ट हो गया कि वह जमीन राम जन्म भूमि की है.

प्रदेश सरकार को आड़े हाथों लेते हुए फायरब्रांड बीजेपी सांसद ने कहा कि सपा सरकार के पास करने के लिए कुछ बचा नहीं है. हत्या, अपहरण, रेप और लूट का साम्राज्य है. उन्होंने कहा कि लोकायुक्त मामले में सुप्रीम कोर्ट की फटकार यह बताने के लिए काफी है कि सरकार कैसे चल रही है. इतना ही नहीं सरकार द्वारा नियुक्त उच्च शिक्षा, उच्चतर शिक्षा और माध्यमिक शिक्षा के सचिवों को हाई कोर्ट ने बर्खास्त कर दिया गया.

मायावती ने सपा सरकार पर साधा निशाना

अयोध्या मामले को राजनीतिक रंग देते हुए बहुजन समाज पार्टी की चीफ और पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने सपा सरकार को इसके लिए जवाबदेह बताया. उन्होंने कहा कि यह प्रदेश सरकार की जिम्मेदारी है कि वह प्रदेश में तनाव का माहौल न बनने दे.

उन्होंने कहा कि उनकी सरकार में किसी की हिम्मत नहीं थी कि ऐसा कर सके. उन्होंने कहा कि प्रदेश में कानून का राज नहीं रहा.

सीएम अखिलेश ने डीजीपी से किया जवाब तलब

मामले की गंभीरता को समझते हुए मुख्यमंत्री अखिलेश ने डीजीपी से रिपोर्ट मांगी हैं. उन्होंने प्रदेश के मुख्य सचिव और प्रमुख सचिव गृह को किसी भी तरह के तनाव से निपटने के निर्देश दिए हैं. फैजाबाद के जिलाधिकारी और एसएसपी को निर्देश दिया गया है कि माहौल किसी भी स्थिति में ख़राब न हो पाए.

मुख्यमंत्री को लगता है कि यह मामला उनके लिए समस्या खड़ी कर सकता है. यही वजह है कि उन्होंने इसे गंभीरता से लिया है.

 

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