गोण्डा: अयोध्या में विवादित स्थल पर राम मंदिर बनाने के लिए कानून लाने की तेज होती मांग और उस पर बीजेपी नेताओं की प्रतिबद्धतापूर्ण प्रतिक्रियाओं के बीच इसी पार्टी की सांसद सावित्री बाई फुले ने उस स्थान पर भगवान बुद्ध की प्रतिमा प्रतिष्ठापित करने की मांग की है। बहराइच से बीजेपी की सांसद सावित्री ने शुक्रवार (09 नवंबर) रात यहां एक कार्यक्रम से इतर संवाददाताओं से बातचीत में कहा कि उच्च न्यायालय के आदेश पर अयोध्या में जब विवादित स्थल पर खुदाई की गयी थी, तो वहां तथागत से जुड़े अवशेष निकले थे। इसलिए अयोध्या में तथागत बुद्ध की ही प्रतिमा स्थापित होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि मैं साफ करना चाहती हूं कि बुद्ध का भारत था. अयोध्या बुद्ध का स्थान है। इसलिए वहां तथागत बुद्ध की ही प्रतिमा स्थापित होनी चाहिए। संघ के प्रचारक एवं बीजेपी के राज्य सभा सदस्य राकेश सिन्हा द्वारा राम मंदिर निर्माण के पक्ष में एक निजी विधेयक लाए जाने संबंधी सवाल पर पार्टी सांसद ने कहा कि भारत का संविधान धर्म निरपेक्ष है, जिसमें सभी धर्मों की सुरक्षा की गारंटी दी गई है। संविधान के तहत ही देश चलना चाहिए। सांसद या विधायक को भी संविधान के तहत ही चलना चाहिए। बीजेपी सांसद सावित्री बाई फुले का यह बयान ऐसे वक्त आया है जब साधु-संत तथा विभिन्न तथाकथित हिन्दूवादी संगठन अयोध्या में राम मंदिर निर्माण के लिये कानून बनाने के लिये सरकार पर लगातार दबाव बना रहे हैं। उच्चतम न्यायालय द्वारा अयोध्या के विवादित स्थल मामले पर नियमित सुनवाई अगले साल जनवरी तक टाले जाने के बाद से शुरू हुई इस कवायद के बाद बीजेपी नेता राम मंदिर निर्माण को लेकर अपनी संकल्पबद्धता जाहिर करने वाले बयान दे रहे हैं। अपनी ही पार्टी के खिलाफ आए दिन बयानबाजी करने वाली भारतीय जनता पार्टी की सासंद सावित्री बाई फूले ने एक बार फिर पार्टी लाइन से हटकर बयान दिया है। सावित्री बाई फूले ने कहा है कि अयोध्या की विवादित भूमि पर बुद्ध का मंदिर बनाना चाहिए। फूले ने कहा कि बीजेपी ने मुझे 2014 के लोकसभा चुनाव में इसलिए टिकट दिया क्योंकि उन्हें जिताऊ उम्मीदवार चाहिए था। मैं अपने संघर्ष और समर्पण से चुनाव जीती मेरी जीत में बीजेपी का कोई हाथ नहीं है।