अयोध्या में सांप्रदायिक माहौल न बिगड़े यह राज्य सरकार की जिम्मेदारी: मायावती
दस्तक टाइम्स/एजेंसी
लखनऊ: बसपा सुप्रीमों मायावती ने सोमवार राममंदिर पर बोलते हुए कहा कि राम मंदिर का मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में लंबित है। कोर्ट के फैसले का इन्तजार किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कोई सांप्रदायिक माहौल बिगाडऩे की कोशिश कर रहा है तो यह जिम्मेदारी राज्य सरकार की बनती है कि वह कानून व्यवस्था को बनाए रखे।दरअसल मायावती रविवार को राजस्थान से 20 टन पत्थर अयोध्या पहुंचने और उनका शिलान्यास होने के मुद्दे पर बोल रहीं थी। आपको बता दें कि 8 साल बाद एक बार फिर राम मंदिर का मुद्दा गरमा गया है। फैजाबाद में विहिप एक बार फिर अयोध्या को गरमाने की फिऱाक में है। राम मंदिर विवाद मामला भले ही सुप्रीम कोर्ट में विचाराधीन हो लेकिन विहिप और रामजन्मभूमि न्यास ने राम मंदिर निर्माण की तैयारिया फिर शुरू कर दी हैं। रविवार को 8 साल बाद राजस्थान से फिर पत्थरों का एक खेप अयोध्या पंहुचा, जहां राम सेवक पुरम में रामजन्मभूमि ब्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने वैदिक मंत्रो के बीच शिलापूजन किया।विहिप और रामजन्मभूमि न्यास इस बात से अच्छी तरह से वाकिफ हैं कि राम मंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद सुप्रीम कोर्ट में लंबित है, फिर भी इस बीच मंदिर निर्माण को लेकर राजस्थान से पत्थरों की एक बड़ी खेप अयोध्या पहुंची और उसका वैदिक मंत्रो के उच्चारण के साथ शिलापूजन किया गया। रामजन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने सरकार और सुप्रीम कोर्ट से मंदिर निर्माण में सहयोग की अपील की है और उम्मीद जताई है सुप्रीम कोर्ट मंदिर के पक्ष में फैसला सुनाएगा। साथ ही यह भी आशा जताई की आने वाले समय में केंद्र की भाजपा सरकार मंदिर निर्माण में आने वाली अडचनों को दूर करेगी।बीजेपी सांसद विनय कटियार ने कहा, ‘हमने मंदिर की एक मंजिल के निर्माण का काम कर लिया है। पत्थरों को गढऩे का काम शुरू हो चुका है। सब कुछ सुप्रीम कोर्ट के आदेश और नियमों के तहत हो रहा है। दूसरी मंजिल के निर्माण कार्य को लेकर भी जल्द ही योजना शुरू होगी।’