अरबाज और मंजरी अपनी फिल्म का प्रमोशन करने पहुँचे कानपुर बोला ‘जीना इसी का नाम है’
तीन मार्च को रिलीज होने जा रही फिल्म ‘जीना इसी का नाम है का प्रमोशन करने के लिए फिल्मी सितारे अरबाज खान और मंजरी फडनिस कानपुर पहुंचे।
कानपुर। किसी ने टीवी पर तो किसी ने पोस्टर्स पर अपने चहेते सितारों को देखा होगा, लेकिन जब वह सितारे सामने आए तो लोग रोमांचित हो उठे। अपनी आगामी फिल्म ‘जीना इसी का नाम है के प्रमोशन पर आए अभिनेता अरबाज और अभिनेत्री मंजरी ने जैसे ही शहर को सलाम किया तो भीड़ ने बिंदास तरीके से स्वागत और मस्तमौला मिजाज से बता दिया कि ‘जीना इसी का नाम है।
तीन मार्च को रिलीज होने जा रही फिल्म ‘जीना इसी का नाम है का दैनिक जागरण के सहयोग से प्रमोशन करने के लिए फिल्म के सितारे शहर पहुंचे। शाम करीब चार बजे रेव मोती मॉल पहुंचे अरबाज खान और मंजरी फडनिस का वहां पहले से मौजूद प्रशंसकों की भीड़ ने जबर्दस्त इस्तकबाल किया। प्रशंसकों में से कोई सेल्फी, कोई फोटो खींचने में तो कोई स्टेज पर खड़े अपने चहेते स्टार्स का ध्यान अपनी तरफ हाथ हिलाकर आकर्षित करने में लगा हुआ था।
इसी बीच एंकर अमित शर्मा ने माइक अरबाज को दिया। जैसे ही आवाज आई- हैलो कानपुर… तो भीड़ का जोश आसमान चढ़ गया। इसके बाद कानपुर से जुड़े सवालों का जवाब देते हुए अरबाज हर दिल पर छा गए। इसी बीच मंजरी ने अरबाज के कहने पर अपनी फिल्म का गीत ‘मुझको तेरे इश्क में भिगा दे गाकर प्रशंसकों को झूमने पर मजबूर कर दिया। जब दर्शकों को अपने चहेते सितारों से रिस्पांस मिला तो प्रशंसकों की डिमांड भी बढ़ती चली गई। कुछ को तो अरबाज ने पूरा किया और कुछ को फिल्म देखने के दौरान पूरा करने का वायदा करते हुए चले दिए।
अमिताभ जैसे रोल करने की ख्वाहिश
फिल्म ‘दरार से बॉलीवुड में अपने लिए जगह बनाने वाले अभिनेता अरबाज खान अब पर्दे के पीछे बतौर निर्माता-निर्देशक भी सक्रिय हैं। अब फोकस फिल्म मेकिंग पर ही करना चाहते हैं, लेकिन सदी के महानायक अमिताभ बच्चन जैसे रोल करने की भी उनकी ख्वाहिश है। जल्द ही रिलीज होने जा रही उनकी फिल्म ‘जीना इसी का नाम है के प्रमोशन के लिए कानपुर दैनिक जागरण कार्यालय आए। उन्होंने सवालों के जवाब कुछ यूं दिए।
फिल्म ‘जीना इसी का नाम है में आप दर्शकों के लिए क्या लेकर आ रहे हैं। क्या खास है?
अरबाज- मैं इस फिल्म में ऐसे एनआरआइ बिजनेसमैन आदित्य कपूर की भूमिका में हूं, जिसका जुड़ाव देश की मिïट्टी से बना रहता है। आलिया (मंजरी फडनिस) से मुलाकात के बाद रिलेशन और इमोशन का सफर शुरू होता है। इस फिल्म में दर्शकों को सभी रंग देखने को मिलेंगे। ये बहुत संवेदनशील और बेहतरीन फिल्म है।
केशव पन्नीरी नए निर्देशक हैं। उनके साथ काम करने का अनुभव कैसा रहा?
अरबाज- मैंने कई फिल्में नए निर्देशकों के साथ की हैं। इंसान काम जानता हो और काम में क्लियरिटी हो तो कोई परेशानी नहीं होती। वैसे भी बाकी टीम तो अनुभवी ही मिलती है।
कम बजट की फिल्म के रिलीज को ज्यादा स्क्रीन नहीं मिल पाते। इसका कितना असर मानते हैं?
अरबाज- बजट का मसला बहुत टेक्निकल है। मैं इस पर ज्यादा ध्यान नहीं देता। वैसे थिएटर मालिक इसका फैसला अपने हिसाब से करते हैं। उन्हें लगता है कि फिल्म ज्यादा कमाकर देगी तो उसे स्क्रीन मिलती हैं।
आपकी फिल्म का नाम है ‘जीना इसी का नाम है। इसमें क्या परिभाषा समझाना चाह रहे हैं जिंदगी की?
अरबाज- जिंदगी दिल की धड़कन की तरह होती है। सीधी चली तो समझो खत्म। उतार-चढ़ाव आते रहते हैं। अच्छा वक्त तो सब एंजॉय कर लेते हैं। मुश्किलों से लड़ें, सबक लेकर आगे बढ़ें, जीना इसी का नाम है। फिल्म में यही दिखाने की कोशिश की है।
आप एक्टर के साथ डायरेक्टर और प्रोड्यूसर भी हैं। किस काम को ज्यादा पसंद करते हैं?
अरबाज- मैं जो टोपी पहनता हूं, वही पसंद आ जाती है। अच्छे रोल मिलेंगे तो अभिनय छोड़ नहीं सकता। वैसे भविष्य में फिल्म मेकिंग की तरफ ही कदम बढ़ाने का विचार है। इसमें फिल्म की क्वालिटी कंट्रोल आपके हाथ में होती है।
ऐसी कोई भूमिका, जिसे निभाने की आपकी ख्वाहिश हो?
अरबाज- पुरानी फिल्मों के कई ऐसे रोल हैं। फिर भी मैं चाहूंगा कि जंजीर और दीवार जैसी फिल्मों में जो रोल अमिताभ बच्चन ने किए हैं, वैसी भूमिका निभाने को मिले।
आप, सलमान और सुहैल, तीनों भाई इतने फिट हैं। आप कैसे वर्कआउट करते हैं?
अरबाज- सलमान और सुहैल की फिजिक बहुत ज्यादा अच्छी है। मैं तो सिर्फ फिट हूं। वह दोनों जिम में मेहनत करते हैं, वेट लिफ्टिंग करते हैं। बैक पेन की वजह से मैं ये सब नहीं कर सकता। मैं तो योगा, ब्रीदिंग एक्सरसाइज, स्विमिंग, साइकिलिंग से ही खुद को फिट रखता हूं।