अहमदाबाद। रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण ने अपने अरुणाचल दौरे पर चीन की आपत्ति को सिरे से खारिज कर दिया है। उन्होंने कहा है कि अरुणाचल प्रदेश भारत का हिस्सा है और दूसरों की राय हमारे लिए कोई मतलब नहीं रखती है। रक्षा मंत्री ने पांच नवंबर को राज्य का दौरा कर वास्तविक नियंत्रण रेखा पर रक्षा तैयारियों का जायजा लिया था। इस पर चीन ने सवाल उठाया था। इस बारे में पूछे जाने पर सीतारमण ने कहा कि वह हमारा इलाका है। हम वहां जाते रहेंगे।
शनिवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस लगातार गुजरात के खिलाफ कदम उठाने के बाद अब गुजरातियों के वोट की उम्मीद कर रही है। रक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस केंद्र सरकार के साथ इस तरह का व्यवहार कर रही है जैसे वह गुजरात की सत्ता पर है। केंद्र में 10 साल संप्रग के शासनकाल में लगातार गुजरात और नर्मदा बांध विरोधी फैसले के बावजूद अब वह गुजरात के हित की बातें कर रही है। उन्होंने याद दिलाया की नर्मदा के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को 51 घंटे के उपवास पर बैठना पड़ा था। उस समय कांग्रेस के केंद्र में मंत्री सैफुद्दीन सोज ने गुजरात के खिलाफ मतदान किया था। रक्षा मंत्री ने कहा कि कांग्रेस की गुजरात विरोधी मानसिकता को दूर करने के लिए दक्षिण भारत की तरह उनके सिर पर नीम के पत्तों का झाड़ा लगाना चाहिए।
सीतारमण ने कहा कि उनकी सरकार देश की सरहदों की सुरक्षा को लेकर गंभीर है। वह खुद सरक्रीक से लेकर पूर्वोत्तर और अन्य सीमांत इलाकों में जाकर जवानों से मिल रही हैं। गुजरात के विकास का मजाक उड़ाने को लेकर उन्होंने कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी की प्रतिबद्धता पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि मोदी ने गुजरात का मुख्यमंत्री बनते ही प्रदेशभर में चेकडैम का निर्माण कराया, ताकि नर्मदा के पानी से इनको भरा जा सके। लेकिन संप्रग ने उनकी एक मांग को पूरा नहीं किया। सरदार पटेल को लेकर भी कांग्रेस हमेशा उपेक्षा भाव रखती रही और उसके सत्ता में रहते उन्हें भारत रत्न नहीं दिया जा सका।