अलग मुल्क, एक लव स्टोरी: एक को 10 साल कैद, दूसरे को छह साल
पाकिस्तान से भारत आकर अपनी प्रेमिका से शादी करने वाले इमरान कुरैशी वारसी को आखिरकार अपने देश भेजा जा रहा है. उन्होंने दस्तावेजों के फर्जीवाड़े और जासूसी के आरोपों की वजह से भारत की जेल में 10 साल बिताए. जबकि ऐसे ही दूसरे मामले में, कुछ ही दिन पहले अपनी प्रेमिका से मिलने पाकिस्तान गए भारतीय नागरिक हामिद निहाल अंसारी को भी 6 साल कैद रखने के बाद वापस भेज दिया गया था.
36 साल के इमरान कुरैशी कराची के रहने वाले हैं और वीजा लेकर 2003 में भारत आए थे. इसके बाद उन्होंने शादी की और दो बच्चे भी हुए. लेकिन शादी के 4 साल बाद भारतीय अधिकारियों ने उन्हें पकड़ लिया और भोपाल की एक अदालत ने उन्हें 10 साल जेल की सजा सुनाई.
इमरान वारसी ने कहा, ‘व्यवहार से तो मुझे लगा ही नहीं कि मैं परिवार से दूर हूं, एक दर्द तो था कि मैं अपने घर से दूर हूं मगर परदेश में अगर अच्छे लोग मिल जाए तो दर्द कम होता है.’ उन्होंने कहा है कि वे अच्छी यादों के साथ पाकिस्तान लौटना चाहते हैं. इमरान को वाघा-अटारी बॉर्डर से पाकिस्तान भेजा जाएगा.
इमरान ने कहा- मैं चाचा की बेटी के प्यार में पड़ गया और इसलिए वैलिड वीजा लेकर भारत आया और शादी कर ली. जब वीजा एक्सपायर हुआ तो पत्नी के परिवार वालों ने कहा कि वे मेरा पासपोर्ट बनवा देंगे और फिर पत्नी और बच्चों के साथ पाकिस्तान भेज देंगे. लेकिन पासपोर्ट बनाने की कोशिश के दौरान ही दूर के किसी रिश्तेदार ने पुलिस को जानकारी दे दी.
वहीं, 6 साल कैद रखने के बाद भारतीय हामिद निहाल अंसारी को पाकिस्तान ने इसी महीने छोड़ दिया था. इससे पहले पाकिस्तान की एक शीर्ष अदालत ने वहां की सरकार को उन्हें वापस भेजे जाने की औपचारिकताएं एक महीने के भीतर पूरी कर लेने को कहा था. पाक ने 2012 में उन्हें भारतीय जासूस करार दिया था.
मुंबई के निवासी हामिद को ऑनलाइन चैटिंग के दौरान सीमापार की एक लड़की से प्यार हो गया था. दोस्ती के बाद मिलने की चाहत में वह अफगानिस्तान के रास्ते पाकिस्तान चले गए. सैन्य अदालत ने उन्हें फर्जी पहचान पत्र के मामले में 3 साल जेल की सजा सुनाई थी.
हामिद ने कहा था- ‘मैं इस लड़की से इंटरनेट पर मिला. हमारी एक दूसरे के लिए भावनाएं जाग गईं और ये दोनों तरफ से था. उसके घर पर कोई दुर्घटना होने के बाद उसे किसी और से शादी करने के लिए मजबूर किया जाने लगा. उसने मुझसे मदद मांगी क्योंकि वो मुझसे शादी करना चाहती थी. मैंने उसकी मदद करने की ठानी और आगे बढ़ने का फैसला किया.’