नई दिल्ली : विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के वरिष्ठ नेता रहे अशोक सिंघल के लिए आयोजित एक शोक सभा के दौरान रविवार को संघ परिवार ने अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण का मुद्दा उठाया। राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत ने कहा कि इस बाबत हिंदुत्ववादी नेता के सपने को पूरा करने के लिए ‘गंभीर प्रयास’ करना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि राम मंदिर के निर्माण का संकल्प पूरा होगा।
सिंघल को श्रद्धांजलि देने के लिए आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि हमें राम मंदिर का निर्माण पूरा करने के लिए गंभीर प्रयास करने होंगे और उनके लिए यही सच्ची श्रद्धांजलि होगी। अशोकजी की भावना इस कार्य में हमारा मार्गदर्शन करेगी। हमें अशोकजी के दिखाये रास्ते पर आगे बढ़ना और काम करना है और आगामी सालों में हमें उम्मीद है कि हम राम मंदिर निर्माण का उनका सपना पूरा करने की दिशा में काम करेंगे। आरएसएस सुप्रीमो ने कहा कि सिंघल हमारे बीच नहीं हैं, लेकिन उनके विचार हमेशा हमारे साथ हैं। भाजपा के वरिष्ठ नेता मुरली मनोहर जोशी ने भी सिंघल से अपने 60 साल के संबंधों को याद करते हुए कहा कि वह पूरी दुनिया में वैदिक मूल्यों के प्रसार के लिए प्रतिबद्ध थे। उन्होंने कहा कि राम और भरत एक दूसरे के पर्यायवाची हैं। उन्होंने कहा कि सिंघल कभी भी बांटने वाले नहीं बल्कि जोड़ने वाले व्यक्ति थे।
गौर हो कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत ने बीते दिनों विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के वरिष्ठ नेता अशोक सिंघल के निधन को हिंदू समाज के लिए गहरे शोक का विषय और अपूरणीय क्षति करार देते हुए कहा था कि इस समाज ने एक संघषर्शील और जुझारू नेतृत्व को खो दिया।