अश्वेतों की मौत के बाद डलास में गुस्साई भीड़ ने चार पुलिस वालों की हत्या की
एजेंसी/ डलास : अमेरिका के डलास में विरोध प्रदर्शन के दौरान सुरक्षा कर्मियों पर ही गोली चलने की खबर है, जिसमें चार अफसरों की मौत हो गई। दो स्नाइपरों द्वारा चलाई गई गोली में 7 अन्य अधिकारी घायल भी हुए है। डलास के पुलिस प्रमुख डेविड ब्राउन ने बताया कि स्निपर्स ने जिस तरह से गोली चलाई, उससे पता चलता है कि कैसे वो हमले के लिए पहले से घात लगाए बैठे थे।
पुलिस द्वारा जारी किए गए बयान में कहा गया कि डलास एसडब्ल्यूएटी अधिकारियों के साथ हुई गोलीबारी में शामिल एक संदिग्ध हिरासत में है और एक व्यक्ति ने आत्मसमर्पण कर दिया है। उन्होंने कहा कि बम निरोधी दस्ते ने एक संदिग्ध पैकेट बरामद किया है। मिनेसोटा के उपनगर सेंट पॉल और लुइसियाना के बेटन रोज में इस सप्ताह पुलिस द्वारा की गई गोलीबारी के विरोध में कल सैकड़ों लोग सड़कों पर उतर आए।
रात 8.45 बजे गोलीबारी शुरु हुई। बुधवार को मिनसोटा के एक अधिकारी ने फिलांदो कास्टाइल को गोली मार दी थी। जब फिलांदो को मारा गया तब उसके साथ एक बच्ची और महिला भी था। हमले के बाद से ही वीडियो को फेसबुक पर शेयर किया जा रहा है। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने कहा है कि इस हफ्ते पुलिस द्वारा अश्वेत व्यक्ति पर घातक गोलीबारी व्यापक नस्ली भेदभाव की सूचक है और सभी अमेरिकियों को इस तरह की घिनौनी घटनाओं से तकलीफ होनी चाहिए।
वीडियो में प्रदर्शनकारी इधर-उधर भागते हुए दिख रहे है। डलास पुलिस ने सोशल मीडिया पर एक तस्वीर शेयर कर उसे पकड़वाने में मदद मांगी है। ओबामा ने कहा कि यह कोई पहली घटना नहीं है। इससे अमेरिकियों को तकलीफ होती है। ओबामा ने आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि श्वेत लोगों के मुकाबले अफ्रीकी-अमेरिकी लोगों के साथ बल प्रयोग करने की आशंका 30 फीसदी ज्यादा होती है।