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अस्पताल में 2 महीने बिताने के बाद पहली बार बोलीं जयललिता
नईदिल्ली: तमिलनाडु की CM J जयललिता जिन्हें फेफड़े में इन्फेक्शन के बाद ट्रैकोस्टमी से गुज़रना पड़ा, अब स्पीकर की मदद से थोड़ा थोड़ा बोल पा रही हैं।
चेन्नई के अपोलो अस्पताल ने आज जारी नए स्वास्थ्य अपडेट में यह जानकारी दी है। बता दें कि ट्रैकोस्टमी एक सर्जिकल प्रक्रिया है जिससे सांस लेने वाली नली (ट्रैकिया) को खोला जाता है।
अपोलो चेयरमैन डॉ प्रताप रेड्डी ने बताया कि जयललिता जो पिछले कई हफ्तों से वेंटिलेटर सपोर्ट पर हैं, अब ज्यादातर समय, बिना किसी सहायता के सांस ले पा रही हैं। रेड्डी ने कहा कि अगला मकसद मुख्यमंत्री को खड़ा करना है। उन्होंने बताया वह बिल्कुल ठीक हैं। वह ही तय करेंगी कि वह घर जाने के लिए कब तैयार हैं। यह बात रेड्डी ने अपने पिछले बुलेटिन में भी कही थी।
गौरतलब है कि जयललिता पिछले दो महीने से अस्पताल में भर्ती हैं, 22 सितंबर को उन्हें चेन्नई के अपोलो में भर्ती किया गया था। कई डॉक्टरों ने उनका इलाज किया जिसमें यूके से आए विशेषज्ञ भी शामिल हैं। हफ्तों तक आईसीयू में भर्ती होने के बाद उन्हें पिछले हफ्ते स्पेशल रूम में लाया गया जहां पार्टी के मुताबिक लोगों से मिलने के लिए ज्यादा जगह है।
पिछले हफ्ते अस्पताल के अपने बिस्तर से मुख्यमंत्री ने अपनी सेहत में आए सुधार को ‘पुनर्जन्म’ बताया था और कहा था कि वह पूरी तरह स्वस्थ होकर जल्द से जल्द काम पर लौटना चाहती हैं।