अद्धयात्म
“अहिंसा परमो धर्मः धर्म हिंसा तथैव च: ।”

“अहिंसा परमो धर्मः धर्म हिंसा तथैव च: ।”
अर्थ : अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है और धर्म रक्षार्थ हिंसा भी उसी प्रकार श्रेष्ठ है।
“अहिंसा परमो धर्मः धर्म हिंसा तथैव च: ।”
अर्थ : अहिंसा सबसे बड़ा धर्म है और धर्म रक्षार्थ हिंसा भी उसी प्रकार श्रेष्ठ है।