आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने भरी हुंकार, पुलिस ने छोड़ी पानी की बौछार
आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों ने सड़क जाम कर किया प्रदर्शन, यातायात व्यवस्था हुई ध्वस्त
लखनऊ। राज्य कर्मचारी घोषित करने समेत 16 सूत्रीय मांगों को लेकर आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं ने सोमवार को हजरतगंज स्थित महात्मा गांधी पार्क में प्रदर्शन किया। इसमें हजारों की संख्या में महिलाएं शामिल रहीं। विरोध दर्ज करवाने के लिए महिलाओं ने सड़क जाम कर दी। हजतरगंज चौराहे के पास महिलाएं सड़क पर लेट गईं। प्रदर्शन के चलते शहर की यातायात व्यवस्था चरमरा गई। प्रदर्शन को बढ़ता देख प्रशासन के आलाधिकारी मौके पर पहुंए गए। काफी समझाने के बाद भी कार्यकत्रियां नहीं मानी तो वाटर केनन और लाठी फटकार शाम करीब पांच बजे सभी महिलाओं को खदेड़ दिया गया। फिर भी कुछ कार्यकत्रियों ने कैपिटल सेंटर के बाहर अपना डेरा जमा रखा है। सभी महिलाएं, आंगनबाड़ी कर्मचारी एवं सहायिका एसोसिएशन’ के बैनर तले एकजुट हुईं। संगठन की प्रदेश अध्यक्ष गीतांजलि मौर्या के मुताबिक, आंगनबाड़ी कार्यकत्रियां और सहायिकाएं काफी दिनों से अपनी मांगों को लेकर वेतन संघर्षरत हैं। फिर भी इनकी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। उन्होंने कहा कि कार्यकत्रियों को कम से कम 18 हजार और सहायिकाओं को 9 हजार रुपए मानदेय दिया जाए। मिनी आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को सामान्य योग्यता और सामन्य कार्य के आधार पर कार्यकत्रियों के बाराबर मानदेय दिया जाए।
मौर्या ने कहा कि बिहार की तर्ज पर कार्यकत्रियों और मातृ समिति के खातों में पोषाहार का धन भेजा जाए। जिससे पौष्टिक खाद्य सामग्री का वितरण किया जा सके। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को योग्यता एवं वरीयता के आधार पर शत प्रतिशत मुख्य सेविका के पद पर प्रमोशन दिया जाए। उन्होंने कहा कि प्रदेश में जिन आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों और सहायिकाओं का मानदेय रुका हैए उनका भुगतान जल्द से जल्द करवाया जाए। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों को होमटेक राशन का सत्यापन प्रधानों से अलग रखा जाए। स्कूल की तरह आंगनबाड़ी केन्द्रों में गर्मी की छुट्टी स्वीकृत की जाए। आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों के प्रदर्शन के चलते शहर की यातायात व्यवस्था धवस्त हो गई। हजरतगंज, लोरेटो, सीएम आवास, अमीनाबाद, चारबाग, राजभवन, सिकंदरबाग, बर्लिंग्टन सड़कों पर जाम लग गया। चार पहिया और दो पहिया वाहन रेंगते नजर आए। कई मंत्री और संसद भी जाम में फंसे रहे। प्रदर्शन के बीच स्कूलों की छुट्टी हो गई जिससे बच्चे काफी देर गर्मी और धूप में जाम में फंसे रहे।