लखनऊ। केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि देश में आंतरिक और बाहरी खतरों से निपटने के लिए मंत्रालय की ओर से एक व्यापक कार्ययोजना तैयार की जा रही है। राजनाथ ने यह भी कहा कि केंद्र सरकार से जनता की बड़ी अपेक्षाएं हैं जिन्हें पूरा करने में कोताही नहीं की जाएगी। गृहमंत्री बनने के बाद पहली बार अपने नए संसदीय क्षेत्र लखनऊ पहुंचे राजनाथ ने पार्टी दफ्तर में स्वागत समारोह के दौरान कहा ‘‘देश की जनता ने जिस आशा और विश्वास के साथ पूर्ण बहुमत की सरकार बनाई है उसे टूटने नहीं दिया जाएगा। जनता की उम्मीदों पर यह सरकार खरा उतरेगी।’’ बाहरी और आंतरिक चुनौतियों के बारे में राजनाथ ने कहा कि नक्सलवाद आतंकवाद और अलगाववाद से सख्ती से निपटा जाएगा। इन चुनौतियों से निपटने के लिए एक विस्तृत कार्ययोजना पर काम चल रहा है। राजनाथ ने कहा कि देश में ऐसा पहली बार हुआ है कि प्रधानमंत्री के शपथ ग्रहण समारोह में सार्क समूह के राष्ट्राध्यक्षों को यहां बुलाया गया था। उनके यहां आने से बहुत कम समय के भीतर ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अन्य मुल्कों के प्रमुखों के साथ सीधी बातचीत हो गई। उन्होंने कहा कि कार्यकर्ताओं को यह नहीं भूलना चाहिए कि देश में ऐसा पहली बार हो हुआ है कि किसी गैर कांग्रेसी सरकार को पूर्णबहुमत मिला है और इस मौके का उपयोग करते हुए जनता की सेवा में जुट जाना चाहिए। भाजपा नेता गोपीनाथ मुंडे के निधन पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए राजनाथ ने कहा कि यह समय खुशी मनाने का नहीं है। कार्यकर्ता संयम बनाए रखें। उन्होंने कहा ‘‘महाराष्ट्र में होने वाले विधानसभा चुनाव के दौरान मुंडे को वहां का मुख्यमंत्री प्रोजेक्ट किया जाना था लेकिन शायद नियति को यह मंजूर नहीं था। हमने एक संकल्पित नेता खो दिया है। उनके जाने से पार्टी को बड़ी क्षति हुई है।’’ लखनऊ के विकास को लेकर राजनाथ ने कहा कि 1०० दिनों के भीतर यहां भी बदलाव नजर आएगा और इसके लिए काम शुरू हो चुका है। बदायूं के दुष्कर्म मामले पर पूछे गए एक सवाल के जवाब में राजनाथ ने कहा ‘‘देश का गृहमंत्री होने के नाते मैं केवल इतना ही कहना चाहता हूं कि सभी राज्यों में कानून व्यवस्था बरकरार रहनी चाहिए और यही हमारी कोशिश है। किसी एक राज्य के बारे में मैं नहीं बोलना चाहता।’’