आंधी-तूफान से उत्तर प्रदेश में 18 की मौत, टूटकर गिरा ताजमहल का खंभा
आगरा : उत्तर प्रदेश में तूफान के आगे मुगलकालीन ताजमहल भी कांप उठा। रॉयल गेट के ऊपर लगा करीब 12 फीट ऊंचा पिलर टूटकर गिर पड़ा। दक्षिणी गेट के पर लगा आठ फीट ऊंचा पिलर भी टूट गया। सरहिदी बेगम (सहेली बुर्ज) के मकबरे की छत का गुलदस्ता नीचे आ गया। परिसर में कई पेड़ धराशायी हो गए हैं। आंधी से ताजमहल को बड़ा नुकसान पहुंचा है। फोरकोर्ट में लगा नीम का पेड़ लैंप पर टूटकर गिर गया। इसके अलावा उद्यान में भी कई पेड़ टूटे हैं। रॉयल गेट के ऊपर उत्तरी व दक्षिणी ओर 11-11 छोटी छतरियां बनी हुई हैं। छतरियों के दोनों ओर करीब 12 फीट ऊंचे जिगजैग डिजाइन (शैवरोन डिजाइन) के पिलर हैं। इनमें सफेद व काले संगमरमर के पत्थरों का इस्तेमाल हुआ है, जिससे भ्रम का अहसास होता है। आंधी में रॉयल गेट का उत्तरी-पश्चिमी जिगजैग पिलर टूटकर नीचे वीडियो प्लेटफार्म पर आ गिरा। दक्षिणी गेट पर चारों कोनों पर करीब आठ फीट ऊंचे पिलर (मीनार) हैं। इनमें से उत्तरी-पश्चिमी पिलर टूटकर गेट की छत पर गिर पड़ा। पूर्वी गेट स्थित सरहिदी बेगम के मकबरे के गुंबद पर लगा लाल पत्थर का गुलदस्ता भी आंधी में टूटकर गिर गया।
वहीं, रेवती के बाड़े में पश्चिमी दीवार से लगा पीपल का पेड़ टूट गया। इसमें बाड़े की दीवार टूटने के साथ ही बगल के मकान की दीवार भी टूट गई है। आंधी-तूफान के साथ हुई बारिश से कहर बरपा और तीन मासूमों समेत 18 लोगों की जान चली गई। इतना ही नहीं कई राज्यों में बारिश-ओलावृष्टि से फसलें बर्बाद हो गईं। उधर, वादी में बर्फबारी व बारिश से जनजीवन अस्तव्यस्त हो गया।