आइडिया सेल्युलर को तीसरी तिमाही मे हुआ घाटा
नई दिल्ली। पिछले साल सितंबर में रिलायंस जियो के आने के बाद दूरसंचार बाजार में शुरू हुए प्राइस वॉर के चलते देश की तीसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम्युनिकेशंस ऑपरेटर आइडिया सेल्युलर को पहली बार तिमाही नतीजों में घाटे सामना करना पड़ा है। रिलायंस जियो के शुरू होने के बाद यह पहला मौका है, जब किसी कंपनी को घाटा झेलना पड़ा है।
कंपनी को बाजार में प्रतिस्पर्धा के चलते कीमतें कम करने की वजह से यह नुकसान उठाना पड़ा है। आदित्य बिड़ला समूह की कंपनी आइडिया ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि उसे 31 दिसंबर को समाप्त हुई तिमाही में 57.47 मिलियन डॉलर यानी करीब 3.84 अरब रुपये का घाटा हुआ है। बीते साल इसी अवधि में कंपनी ने 6.59 अरब रुपए का मुनाफा हासिल किया था। कंपनी को हुआ यह नुकसान विश्लेषकों के अनुमानों से ज्यादा है।
मार्केट के जानकारों का अनुमान था कि कंपनी को 3.71 अरब रुपए तक का नुकसान झेलना पड़ सकता है। आइडिया ने दिसंबर तिमाही में ग्राहको को बनाए रखने के लिए मोबाइल वॉइस कॉल रेट्स में 10.6 फीसदी तक की कटौती कर दी थी। वहीं डेटा कीमतों में भी कंपनी ने 15 फीसदी तक की बड़ी कटौती कर दी थी। आइडिया ने कहा कि कंपनी को बीते साल के मुकाबले 2016 दिसंबर में राजस्व में भी 3.8 फीसदी की गिरावट का सामना करना पड़ा है।