नई दिल्ली (एजेंसी)। भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी)-दिल्ली ने विश्वस्तरीय फैकल्टी विकास और शोध छात्रों को अंतर्राष्ट्रीय अनुभव देने के लिए अपने पूर्व छात्रों से आर्थिक सहायता मांगी है। एक बयान में कहा गया है कि संस्थान की ओर से आयोजित ‘एल्युमनी डे’ कार्यक्रम में घोषणा की गई कि इस कार्य के लिए एक कोष का गठन किया जाएगा। संस्थान के निदेशक आर.के. शेवगांवकर ने कहा ‘‘क्षेत्र में हो रहे बदलावों के अनुरूप हम उद्योगों में काम कर रहे अपने पूर्व छात्रों को 21वीं सदी के आधुनिक पाठ्यक्रम के विकास में शामिल करना चाहते हैं।’’ उन्होंने कहा ‘‘हम अपने संस्थान को विश्वस्तरीय पहचान दिलाना चाहते हैं और इसके लिए पूर्व छात्र अत्यधिक महत्वपूर्ण हैं।’’ उन्होंने कहा कि संस्थान तीन महत्वपूर्ण क्षेत्रों-फैकल्टी अधोसंरचना विकास और कोष बनाने पर काम करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि संस्थान दिल्ली में एक साइबर सुरक्षा केंद्र भी स्थापित कर रहा है और सोनीपत परिसर में एक विज्ञान और प्रौद्योगिकी पार्क बना रहा है। उन्होंने कहा ‘‘आज सभी कुछ ऑनलाइन किया जा रहा है और इसका नियंत्रण दूर से हो रहा है। यह महसूस किया गया कि देश में साइबर सुरक्षा में क्षमता निर्माण के लिए आईआईटी-दिल्ली बिल्कुल मुफीद संस्थान है। अगले सत्र से शुरू होने वाले केंद्र में इस क्षेत्र में आधुनिकतम शोध भी होगा।’’