आईएस के चंगुल से छूटीं 34 महिलाएं
सिंजर: खुंखार आतंकी संगठन आईएसआईएस के चंगुल से 34 महिलाएं और कई बच्चे मुक्त हए। ये पिछले आठ महीनों से आईएस आतंकियों की क्रूरता का शिकार हो रहे थे। इनके परिवार के लोगों को मार दिया गया था और इन्हें सेक्स स्लेव की तरह इस्तेमाल किया जा रहा था। आईएस के चंगुल से भागने के बाद दो दिन लगातार पैदल चलकर ये किसी तरह सरकार के नियंत्रण वाले सिंजर शहर पहुंची। इस काम में इनकी मदद एक्टिविस्ट खलील अल धाकी ने की। इन महिलाओं के दर्द को चैनल 4 ने अपनी डॉक्युमेंट्री में भी दिखाया है, जो इसी हफ्ते ब्रॉडकास्ट होने वाली है। डॉक्युमेंट्री के डायरेक्टर एडवर्ड वाट्स ने बताया कि रेस्क्यू की गई महिलाओं में से ज्यादातर यजीदी हैं, जिनके साथ बेहद अमानवीय बर्ताव किया गया। आईएस आतंकियों ने यजीदियों के साथ हिंसा और यौन उत्पीडऩ की शुरुआत बीते साल अगस्त में सिंजर से ही कर दी थी जब आतंकियों ने बड़ा हमला कर सैकड़ों यजीदियों को मौत के घाट उतार दिया था। वहीं, 3000 यजीदी महिलाओं और लड़कियों को अपने कब्जे में ले लिया था। इसे अपहरण की सबसे बड़ी घटना के तौर पर देखा जा रहा था। खलील को मिली जानकारी के मुताबिक, अगवा की गई यजीदी महिलाओं को आईएस आतंकियों ने जेल में रखा। इनमें से कुछ का जबरन धर्म परिवर्तन कराया। इनमें से 80 फीसदी महिलाएं रेप का शिकार हुईं।