आखिर क्यों पाकिस्तान पहुंचने से पहले नवाज शरीफ ने इंटरव्यू में किया था ये बड़ा खुलासा
पाकिस्तान के अपदस्थ प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपनी बेटी मरियम नवाज के साथ आज स्वदेश वापस लौट रहे हैं। उन्होंने लंदन से निकलने से पहले पाकिस्तान के इंटरनेशनल द न्यूज को एक्सक्लूसिव इंटरव्यू दिया। जिसमें उन्होंने मौजूदा सरकार पर आरोप लगाया कहा कि किस तरह से पंजाब सरकार उनके प्रशंसको को लाहौर एयरपोर्ट पहुंचने से रोकने के लिए कठोर कार्रवाई कर रही है।
उन्होंने कहा कि वह यह दिखा रहा है कि वह कितने डरे हुए हैं। पंजाब सरकार लाहौर एयरपोर्ट पर पहुंच रहे 10,000 प्रशंसकों को रोकने में जुटी है ये सभी मरियम और नवाज के स्वागत के लिए लाहौर एयरपोर्ट पहुंच रहे थे।
उन्होंने कहा कि वह जानते हैं कि पंजाब सरकार उसके हजारों प्रशंसकों को धरा-पकड़ा जा रहा है। उन्होंने लंदन छोड़ने से पहले कहा, ‘मैं जानता हूं कि लाहौर की तरफ आने वाली सड़कों को बंद कर दिया है। यही नहीं परिवहन के सारे मोड बंद कर दिए गए हैं जिससे की प्रशंसक लाहौर न पहुंच पाएं।’
‘उनकी पाकिस्तान वापसी से उनके दुश्मन परेशान हैं। जिस तरह से पंजाब सरकार उनके प्रशंसकों गिरफ्तार कर रही है उससे यह पता लगता है कि देश में उनके काम को कितना सराहा जा रहा है।’
शरीफ ने द न्यूज को दिए अपने इंटरव्यू में कहा कि मेरे समर्थक मुझ पर विश्वास करते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे विश्वास है कि मैं सभी भ्रष्टाचार के आरोपों से बरी कर दिया जाउंगा।
‘मुझे एनएबी अदालत ने क्लीन चिट दी है और मैं खुद को सम्मानित महसूस कर रहा हूं।’
‘मेरा विश्वास दृढ़ है, राजनीति अनुमानों और धारणाओं पर आधारित होती है। शरीफ ने कहा कि 2018 के चुनाव और उसके परिणामों को प्रभावित करने के लिए उन्हें मोहरा बनाया जा रहा है।’
जब शरीफ से यह पूछा गया कि क्या वह जेल की परेशानियों को झेलने के लिए तैयार हैं? तो वह बोले, ‘मैं पहली बार जेल नहीं जा रहा हूं। मैं मुशर्रफ के दौरान भी जेल भेजा गया था। उस दौरान मुझे जेल से बाहर तक देखने की इजाजत नहीं दी गई थी मेरी जेल की खिड़की को काले पेपर से ढक दिया गया था। वहां मुझे कई महीनों तक यातना और अपमान का सामना करना पड़ा था।’
’12 अक्टूबर 1999 के बाद मैं कई महीनों तक जेल में रहा था। मैं जिस जेल में रखा गया था वहां मुझे यह भी पता नहीं चल पाता था कि कब दिन है और कब रात। वह वो समय था जब मेरे खिलाफ न तो कोई केस दर्ज था और न ही सजा हुई थी।’
नवाज ने इस दौरान जनरल मुशर्रफ पर जम कर हमला बोला। उन्होंने मुशर्रफ काल को याद करते हुए कहा कि मेरा अपराध बस इतना था कि मैंने परवेज मुशर्रफ को बर्खास्त किया। जिसने देश की सुरक्षा को अपने रोमांच के लिए खतरे में डाल दिया। उसके बाद उसने सत्ता पर कब्जा किया और बदले में मुझे देश की जनता के चुने हुए प्रधानमंत्री को हथकड़ी पहनाकर जेल में डाल दिया।
उन्होंने कहा कि देश में आज जो हालात हैं वह मुशर्रफ कार्यकाल की तरह ही है। दोनों में थोड़ा भी अतंर नहीं है। आज फिरभी देश में प्रजातंत्र दिखाई देता है लेकिन स्थिति अलग नहीं है। मुझे पता है कि जेल में मुझे किस तरह से परेशान किया जाएगा। मुझे नहीं पता कि क्रूरता और अन्याय के इस युग में मैं कब तक जेल में रहूंगा। लेकिन मेरा मिशन देश जो पिछले 70 साल से कारावास में है उससे उसे छुटकारा दिलवाना है। यही कारण है कि मैं अपने देश वापस लौट रहा हूं। उन्होंने कहा कि मुझसे अंधा बदला लिया जा रहा है।
उन्होंने एवेनफील्ड मामले पर कहा कि यह न तो कोई केस था और न ही फैसला। यह एक अंधा खेल है जो लगातार चल रहा है। मेरे खिलाफ न तो पहले कोई केस था और न आज ही है। पूरा पनामा मामला राजनीति को फिक्स करने के लिए खेला गया ताकि मैं राजनीति से दूर हो जाऊं, क्योंकि देश में मैं मजबूत प्रजातंत्र चाहता हूं। उन्होंने कहा कि मैं खुश हूं कि मेरे खिलाफ कोई भी भ्रष्टाचार का आरोप नहीं लगा है और जो भी आरोप लगाए गए थे उसे कोर्ट ने बाहर फेंक दिया है।
इसके बाद नवाज शरीफ ने अबु धाबी एयरपोर्ट पर मीडिया से बातचीत में कहा कि ‘मैं कर्ज चुकाने पाकिस्तान आ रहा हूं जो मुझ पर वाजिब है। मैं अपने संघर्ष को आगे ले जा रहा हूं। मैं वही कर रहा हूं जो मुझे करना चाहिए, मैं लाहौर जा रहा हूं लेकिन अब चुनावों की क्या विश्वसनीयता बची है। चुनाव परिणामों पर कौन विश्वास करेगा।’