मामले को पहले-पहल क्लीन चिट देने वाले आला अफसरों की जवाबदेही की बात मंत्री स्वीकार कर रहे हैं, लेकिन कार्रवाई के नाम पर यथार्थ की तह तक पहुंचने का इंतजार है।
पहले-पहल मामले में क्लीन चिट देने वाले अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई के सवाल पर नेगी सिर्फ इतना कह पा रहे हैं कि जांच तो बनती है।
नारी निकेतन में किए जा रहे सुधार के काम भी गिनाए। यह भी कहा कि परदे के पीछे के चेहरों को सामने लाया जाएगा। लेकिन अधिकारियों की जवाबदेही का मामला आया तो वह दार्शनिक हो गए। नेगी ने कहा कि यथार्थ के नजदीक पहुंचने पर जांच का मामला बनता ही है।
नेगी से पूछा गया था कि नारी निकेतन में शोषण का मामला उठने पर जिन अधिकारियों ने पहले पहल यह दावा किया था कि ऐसा कुछ नहीं है और जिन्होंने कहा था कि कहीं कोई गड़बड़ नहीं है, उनके खिलाफ क्या कार्रवाई हो रही है? बार-बार कुरेदने पर नेगी ने कहा कि नारी निकेतन जैसे हर विभाग और संस्था की जांच कराई जा रही है। जो भी दोषी पाया जाएगा, उसके खिलाफ कार्रवाई होगी।
नारी निकेतन का मामला सामने आने पर समाज कल्याण निदेशक बीएस धनिक ने पहले मामले के संज्ञान में होने से ही इनकार किया। फिर जांच की बात की और चुप बैठ गए। जिला प्रोबेशन अधिकारी मीना बिष्ट ने तो बाकायदा दावा किया कि नारी निकेतन में कहीं कोई गड़बड़ नहीं है।
अफसरों के इस रुख के कारण संवासिनियों के दुख की घड़ी का समय ठहरा रहा और अब नेगी कह रहे हैं कि जांच का मामला तो बनता ही है। यह सवाल की जांच का मामला बनता है तो जांच क्यों नहीं हो रही है, तो नेगी ने दूसरा ही ट्रेक पकड़ लिया। कहा कि हर संस्था की जांच की जा रही है। परदे के पीछे वालों को भी सामने लाया जाएगा।