आखिर में 50 का औसत हासिल करने से चूके जयवर्धने
कोलंबो। महान डान ब्रैडमैन केवल चार रन से अपना टेस्ट औसत 100 रन प्रति पारी तक पहुंचाने से चूक गये थे, लगभग उसी तरह से श्रीलंका के दिग्गज बल्लेबाज माहेला जयवर्धने भी 36 रन की कमी के कारण 50 रन प्रति पारी के सम्मानजनक औसत से अपने कॅरियर का अंत नहीं कर पाये। अपना आखिरी टेस्ट मैच खेल रहे जयवर्धने पाकिस्तान के खिलाफ एसएससी कोलंबो में दोनों पारियों में 58 रन बनाने के कारण 10,000 से अधिक रन बनाने वाले बल्लेबाजों की सूची में अकेले ऐसे बल्लेबाज बन गये हैं जिनका औसत 50 से कम है। भारत के खिलाफ अगस्त 1997 में कोलंबो में ही अपने कॅरियर का आगाज करके मैच की एकमात्र पारी में 66 रन बनाने वाले जयवर्धने ने आज यहां पाकिस्तान के खिलाफ अपनी आखिरी टेस्ट पारी में 54 रन बनाये लेकिन पहली पारी में केवल चार रन बनाने के कारण उनके करियर औसत पर गहरा प्रभाव पड़ा। उन्हें अब 149 टेस्ट मैचों की 252 पारियों में 49दृ84 की औसत से 11,814 रन बनाकर टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कहना होगा। अपनी आखिरी पारी के दौरान जयवर्धने ने पहली पारी की असफलता की भरपायी करते हुए एक समय अपना औसत 50 रन के पार पहुंचा दिया था लेकिन अर्धशतक लगाने के तुरंत बाद आउट हो जाने के कारण उनका औसत फिर से नीचे गिर गया। जयवर्धने यदि अपनी आखिरी पारी में 90 रन बना देते तो फिर उनकी कुल रनसंख्या 11,850 पर पहुंच जाती जिससे उनका औसत 50 रन प्रति पारी हो जाता। इसके बाद हालांकि वह रन बनाने के लिये तरस गये और आलम यह था कि पाकिस्तान के खिलाफ जून 2000 में कैंडी में बारिश से प्रभावित टेस्ट मैच में केवल दो रन बनाने के कारण उनका औसत 40 से भी कम 38दृ96 पर पहुंच गया था। जयवर्धने के टेस्ट करियर का यह सबसे कम औसत था। यह उनका 21वां टेस्ट मैच था। जयवर्धने ने जल्द ही फार्म में वापसी की और ठीक 21 टेस्ट मैच बाद उनका औसत 50 के पार पहुंच गया था। जयवर्धने ने इसके बाद भी उतार चढ़ाव का दौर देखा लेकिन अपने 127वें टेस्ट मैच में 10,000 रन पूरे करने के बाद वह अधिकतर समय अपना औसत 50 रन के उपर रखने में सफल रहे थे। उन्होंने अपने आखिरी टेस्ट मैच में 50दृ02 की औसत के साथ प्रवेश किया था। अब तक 11 बल्लेबाजों ने 10,000 से अधिक रन बनाये हैं और इनमें अब जयवर्धने को छोड़कर बाकी सभी का औसत 50 रन प्रति पारी से अधिक है। जयवर्धने के साथी कुमार संगकारा का इन सभी बल्लेबाजों में सबसे अधिक औसत (58दृ76) है। संगकारा के अलावा इस क्लब में शामिल बल्लेबाजों में केवल शिवनारायण चंद्रपाल ही अभी टेस्ट क्रिकेट खेल रहे हैं। यही नहीं जयवर्धने ने अपनी इस पारी के दौरान 2014 में 1000 रन भी पूरे किये। उन्होंने इस कैलेंडर वर्ष में 11 मैचों में 1003 रन बनाये। संयोग से इस वर्ष 1000 से अधिक रन बनाने वाले तीनों बल्लेबाज श्रीलंका के हैं। संगकारा (1486) और एंजेलो मैथ्यूज (1201) पहले दो स्थान पर काबिज हैं। यह तीसरा अवसर है जबकि जयवर्धने ने एक कैलेंडर वर्ष में 1000 से अधिक रन बनाये। इससे पहले उन्होंने 2001 में 1053 रन और 2009 में 1194 रन बनाये थे।