आज इन कार्यों में सफलता देंगे शनिदेव, जानिए संपूर्ण पंचांग
28 नवम्बर 2015 को शनिवार है। इस दिन शुभ वि.सं.- 2072, संवत्सर नाम- कीलक, अयन- दक्षिण, शाके- 1937, हिजरी- 1437, मु. मास- सफर 15, ऋतु- हेमंत, मास- मार्गशीर्ष, पक्ष- कृष्ण है।
शुभ तिथि
तृतीया जया संज्ञक तिथि रात्रि 10.01 तक, इसके बाद चतुर्थी रिक्ता संज्ञक तिथि रहेगी। तृतीया तिथि में यथाआवश्यक गानविद्या, संगीत, नृत्य, कला शिक्षा, चित्रकारी, द्वितीया तिथि में वर्णित सभी कार्य, विवाह, वास्तु, उपनयन और अलंकार आदि कार्य शुभ रहते हैं।
नक्षत्र
आर्द्रा नक्षत्र अर्द्धरात्रि के बाद 1.30 तक, इसके पश्चात पुनर्वसु नक्षत्र रहेगा।
योग
साध्य नामक योग पूर्वाह्न 11.02 बजे तक, इसके पश्चात शुभ नामक योग रहेगा। दोनों ही नैसर्गिक शुभ योग हैं।
चंद्रमा
संपूर्ण दिवारात्रि मिथुन राशि में रहेगा।
वारकृत्य कार्य
शनिवार को सामान्यतः लोहा, पत्थर संबंधी कार्य, नौकरी, नौकर रखना, पशु क्रय करना, दीक्षा आदि कार्य शुभ फल देते है।
दिशाशूल
शनिवार को पूर्व दिशा की यात्रा में दिशाशूल रहता है। पर अनिवार्यता की स्थिति में कुछ उड़द के दाने चबा लेने चाहिए। चंद्र स्थिति के अनुसार आज पश्चिम दिशा की यात्रा लाभदायक व शुभ रहेगी।