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आज कंगारुओं को पीटकर धोनी का रिकॉर्ड तोड़ेंगे विराट कोहली

टीम इंडिया और ऑस्ट्रेलिया के बीच पांच मैचों की वनडे सीरीज का चौथा मुकाबला आज दोपहर 1:30 बजे बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जाएगा. सीरीज में पहले ही 3-0 की अजेय बढ़त ले चुकी भारतीय टीम कंगारुओं के खिलाफ इस मैच में अपनी जीत की लय को बरकरार रखने के इरादे से उतरेगी. चेन्नई, कोलकाता और इंदौर में जिस तरह टीम इंडिया ने प्रदर्शन किया है, उसे देखकर लगता है कि चौथे वनडे में उसे जीत से रोकना आसान नहीं होगा.

ऑस्ट्रेलियाई टीम को टीम इंडिया की नई स्पिन जोड़ी कुलदीप यादव और युजवेंद्र चहल को खेलने में काफी मुश्किल हुई है. कुलदीप यादव की गेंद ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों के लिए रहस्यमयी साबित हो रही है और उन्हें चहल की स्लाइडर को भी समझने में परेशानी हो रही है. खुद चहल ने भी मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा था कि ग्लेन मैक्सवेल उसकी ऑफ स्टंप के बाहर वाली गेंद पर प्रहार करने के चक्कर में सीरीज में दो बार स्टंप आउट हुए हैं.

एमएस धोनी के रिकॉर्ड को तोड़ेंगे विराट कोहली

जीत के रथ पर सवार टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली की नजरें पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के रिकॉर्ड को तोड़ने पर हैं, लेकिन इसके लिए उन्हें गुरुवार को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेले जाने वाले चौथे वनडे मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी. चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेले जाने वाले इस मैच में अगर भारतीय टीम जीत हासिल कर लेती है, तो कोहली वनडे मैचों में कप्तान के तौर पर लगातार 10 जीत हासिल करके धोनी के रिकॉर्ड को तोड़ देंगे.

इससे पहले कोहली ने इंदौर में खेले गए मैच में कप्तान के तौर पर धोनी के लगातार 9 जीत के रिकॉर्ड की बराबरी कर ली थी. धोनी ने फरवरी 2008 से जनवरी 2009 तक लगातार 9 मैचों में जीत हासिल की थी. कोहली का लगातार जीत का सिलसिला इसी साल छह जुलाई से वेस्टइंडीज के खिलाफ शुरू हुआ था जो अभी तक कायम है.

पिच और मौसम

पिछले कुछ समय से चिन्नास्वामी स्टेडियम की पिच का मिजाज बदला है. यहां स्पिन गेंदबाजों को मदद मिल रही है और बल्लेबाजी करना पहले की तरह आसान नहीं है. हम आईपीएल में भी इसका नमूना देख चुके हैं. बेंगलुरु में बारिश का साया है और मैच के दौरान बारिश खलल डाल सकती है. अगले दो दिन शहर में खराब मौसम की भविष्यवाणी की गई है. क्यूरेटर पिच को सूखा रखने पर काम कर रहे हैं और स्टेडियम की निकासी प्रणाली भी काफी अच्छी है.

लगातार जीत से लय में है विराट ब्रिगेड

कोहली की कप्तानी वाली टीम ने सीरीज में अभी तक एकतरफा प्रदर्शन करते हुए ऑस्ट्रेलिया बैटिंग, बॉलिंग और फील्डिंग हर मोर्चे पर बैकफुट पर ही रखा है. टीम इंडिया के बल्लेबाजों ने इंदौर वनडे में बेहतरीन प्रदर्शन किया था. हालांकि, चेन्नई और कोलकाता में उनका मिडिल ऑर्डर विफल रहा था. लेकिन टीम के हेड कोच रवि शास्त्री ने इसमें बदलाव किए और तीसरे मैच में हार्दिक पंड्या को चौथे नबंर पर उतारा और उनका यह प्रयोग सफल रहा और टीम को जीत मिली.

रोहित और अजिंक्य रहाणे पर टीम को अच्छी शुरुआत देने की जिम्मेदारी होगी. टीम इंडिया की ओपनिंग जोड़ी अब लय हासिल कर चुकी है. इंदौर वनडे में रोहित ने 71 रनों की पारी खेली, जबकि रहाणे ने 70 रन बनाए. वहीं कोहली और धोनी भी बल्ले से रन बना रहे हैं. मनीष पांडे पर हालांकि दबाव होगा, लेकिन पिछले मैच में बनाए गए रनों से उनको जरूर भरोसा मिलेगा.

गेंदबाजी की बात करें तो इस सीरीज में भारत की गेंदबाजी उसकी सबसे बड़ी ताकत रही है. चाहे तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह-भुवनेश्वर कुमार हों या स्पिनर युजवेंद्र चहल-कुलदीप यादव सभी ने बेहतरीन प्रदर्शन किया है. सीरीज पर कब्जा जमा चुकी मेजबान टीम इस मैच में बेंच पर बैठे खिलाड़ियों को आजमा सकती है. मोहम्मद शमी, उमेश यादव और अक्षर पटेल इस स्थिति में प्लेइंग इलेवन में आ सकते हैं.

कंगारुओं के लिए वापसी नहीं है आसान

ऑस्ट्रेलिया के लिए मौजूदा फॉर्म भी एक तरह से चिंता का विषय है. टीम के लिए वॉर्नर का चलना बेहद जरुरी हो गया है. पहले मैच में गेंदबाजों ने अच्छी शुरुआत दिलाई लेकिन आखिर में लय खो बैठे और फिर बल्लेबाज भी अपना काम नहीं कर पाए. दूसरे मैच में भी लगभग यही हुआ. तीसरे मैच में बल्लेबाज चले तो गेंदबाज नाकाम रहे.

कप्तान स्टीव स्मिथ और गेंदबाजी में नेथन कुल्टर नाइल को छोड़कर कोई और खिलाड़ी लगातार अच्छा प्रदर्शन नहीं कर सका है. हालांकि पिछले मैच में फिंच की वापसी से टीम को मजबूती मिली, उन्होंने आते ही शतक जड़ा. डेविड वार्नर पर भी रन करने की जिम्मेदारी है. लेकिन वार्नर और ग्लेन मैक्सवेल का भी बल्ले से खामोश रहना ऑस्ट्रेलिया के लिए सिर दर्द है.

दोनों टीमें

भारत : अजिंक्य रहाणे, रोहित शर्मा, विराट कोहली (कप्तान), मनीष पांडे, केदार जाधव, महेंद्र सिंह धोनी (विकेटकीपर), हार्दिक पंड्या, भुवनेश्वर कुमार, कुलदीप यादव, युजवेंद्र चहल, और जसप्रीत बुमराह.

ऑस्ट्रेलिया : डेविड वॉर्नर, आरोन फिंच, स्टीव स्मिथ (कप्तान), ट्रेविस हेड, ग्लेन मैक्सवेल, मैथ्यू वेड (विकेटकीपर), मार्कस स्टोईनिस, नेथन कुल्टर नाइल, पैट कमिंस, जेम्स फाकनर और एडम जम्पा.

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