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आज जेल में मिलने आ सकता है राम रहीम का परिवार, हनीप्रीत भी होगी साथ

साध्वी रेप केस में 20 साल की सजा भुगत रहे डेरा सच्चा सौदा प्रमुख गुरमीत राम रहीम से मिलने के लिए आज उनका परिवार जेल आ सकता है। हनीप्रीत भी उनके साथ हो सकती है। इस संबंध में उसके परिजनों ने सिरसा प्रशासन से गुहार लगाई थी। परिजनों की एप्लीकेशन को रोहतक जेल प्रशासन के पास भेज दिया गया है। परिजनों के साथ डेरा प्रमुख की गोद ली हुई बेटी हनीप्रीत भी आ सकती है। इस संबंध में जेल प्रशासन ने भी कड़ी सिक्योरिटी कर दी है। हालांकि मामला हाई प्रोफाइल होने के कारण मुलाकात के लिए हाईकोर्ट से भी अनुमति लेनी पड़ सकती है। दूसरी तरफ जेल में अंग्रेजी वर्णमाला के हिसाब से कैदी से मुलाकात होती है। इसके तहत गुरमीत राम रहीम से मुलाकात के लिए सोमवार और वीरवार का दिन तय है।

आज जेल में मिलने आ सकता है राम रहीम का परिवार, हनीप्रीत भी होगी साथराम रहीम का जेल के अंदर भी लघु ‘डेरा’

जेल के बाहर लाखों अनुयायियों के साथ करोड़ों का साम्राज्य चलाने वाले डेरा प्रमुख गुरमीत राम रहीम का जेल के अंदर भी लघु ‘डेरा’ है। जेल के कैदियों सहित स्टाफ में उसके कुछ अनुयायी शामिल हैं। इतना ही नहीं कुछ महिला कैदियों ने तो जेल में बंद राम रहीम से मिलने की भी गुहार लगा दी है।
फिलहाल सुनारिया जेल में करीब डेढ़ हजार बंदी हैं। इनमें अधिकतर सजायाफ्ता हैं। महिला कैदियों की संख्या भी 100 से ज्यादा है। जिस दिन राम रहीम को जेल में लाया गया तो बंदियों को अखबार के माध्यम से पता चल गया। इसके बाद जेल में बंद कुछ महिला कैदियों ने राम रहीम से मिलने की गुहार लगाई।

हालांकि जेल प्रशासन ने ऐसी कोई भी बात नहीं मानी। बता दें कि राम रहीम के अनुयायियों में महिलाओं की संख्या ज्यादा है। इसी कारण राम रहीम को जेल की विशेष बैरक में रखा गया है। ताकि वह अन्य बंदियों से दूर रहे। उसके बैरक में फिलहाल दो और कै दी हैं। जब मामले में जेल अधीक्षक से बात करने का प्रयास किया तो उन्होंने कॉल रिसीव नहीं की। 

जेल कर्मचारी भी संदेह के घेरे में

महिला कैदियों के अलावा बहुत से पुरुष कैदी भी डेरा प्रमुख के अनुयायी हैं। इनमें अधिकतर वह कैदी हैं जो चोरी, मारपीट सहित अन्य छोटी धाराओं में जेल में बंद हैं। जेल प्रशासन की ओर से इन कैदियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। बैरक खुलने के बाद यह डेरा प्रमुख से मिलने का प्रयास कर सकते हैं।
इसके अलावा बताया जा रहा है कि जेल के कुछ कर्मचारी भी पहले से डेरा प्रमुख के अनुयायी हैं। जेल प्रशासन द्वारा ऐसे कर्मचारियों का भी पता लगाया जा रहा है। बता दें कि बरवाला आश्रम प्रकरण के दौरान कुछ पुलिस वाले कथित संत रामपाल के अनुयायी निकले थे। बाद में इन पुलिस कर्मियों के नामों की सूची तैयार कर अलग जगह ड्यूटी पर भेजा गया था।

सुबह लगाई हाजिरी, बुरे काम नहीं करने की ली शपथ
आम कैदियों की तरह डेरा प्रमुख ने सुबह जेल में हाजिरी लगाई। जेल में प्रतिदिन सुबह कैदियों और बंदियों की हाजिरी लगाने के साथ ही शपथ दिलाई जाती है। राम रहीम ने भी अन्य कैदियों के साथ बुरे काम न करने की शपथ ली। वह सुबह अपने बैरक में कंबल पर बैठा रहा। काफी देर तक दीवारों को ताक ता रहा।

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