नई दिल्ली : कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी आज विभिन्न राज्यों के किसानों के साथ गहन विचार विमर्श करेंगे। रविवार को आयोजित होने वाली किसान खेत मजदूर रैली के जरिये कांग्रेस पार्टी की राजग सरकार के भूमि अधिग्रहण कानून के खिलाफ आवाज बुलंद करने की योजना है। पार्टी की इस किसान रैली को राहुल को फिर नेतृत्वकारी भूमिका में पेश करने के उपाय के रूप में देखा जा रहा है जिन्हें एक परिपक्व नेता बताया जा रहा है, जो लोकसभा चुनावों में भारी पराजय से पस्त हुई पार्टी को मजबूत बनायेंगे। पार्टी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि रैली के अलावा राहुल लोकसभा में भी अपनी बात रखेंगे और सोमवार से शुरू हो रहे लोकसभा के बजट सत्र के दूसरे हिस्से में सरकार पर निशाना साधेंगे। कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और उनकी पुत्री प्रियंका गांधी शुक्रवार को फिर राहुल से मिलने गयीं और तकरीबन दो घंटे वहां रहीं। वह गुरुवार को भी राहुल के निवास पर गयी थीं और अवकाश के बाद लौटे राहुल का स्वागत किया था। रविवार की रैली राहुल के छुट्टियों से लौटने के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष का पहला प्रमुख सार्वजनिक कार्यक्रम है। पार्टी ने इस रैली के लिए अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। वरिष्ठ कांग्रेसी नेता अहमद पटेल, दिग्विजय सिंह और अन्य नेताओं ने नॉर्थ एवेन्यू में हरियाणा कांग्रेस के नेताओं को संबोधित किया, जबकि दिग्विजय सिंह ने रैली की तैयारियों का जायजा लेने के लिए शुक्रवार को पार्टी सचिवों के साथ बैठक की। कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह रैली के आयोजन के लिए बनायी गयी समिति के संयोजक हैं।