आज है माघ पूर्णिमा, जानिए मुहूर्त, महत्व और पूजा की पूरी विधि
धार्मिक शास्त्रों में माघ पूर्णिमा का विशेष महत्व बताया गया है।। इस दिन तीर्थ में स्नान और दान करने से पुण्य की प्राप्ति होती है। मोक्ष प्राप्ति के लिए इस दिन का बहुत अधिक महत्व होता है। हिन्दू मान्यताओं के अनुसार माघ स्नान करने वाले मनुष्यों को सुख-सौभाग्य, धन-संतान और मोक्ष की प्राप्ति होती है।
माघ पूर्णिमा का महत्व
माघ नक्षत्र के नाम से माघ पूर्णिमा की उत्पत्ति होती है। मान्यता है कि माघ माह में देवता पृथ्वी पर आते हैं और मनुष्य रूप धारण करके प्रयाग में स्नान, दान और जप करते हैं। इसलिए कहा जाता है कि इस दिन प्रयाग में गंगा स्नान करने से समस्त मनोकामनाएं पूर्ण होती है और मोक्ष की प्राप्ति होती है। शास्त्रों में लिखे कथनों के अनुसार यदि माघ पूर्णिमा के दिन पुष्य नक्षत्र हो तो इस तिथि का महत्व और बढ़ जाता है।
माघ पूर्णिमा पूजा विधि
माघ पूर्णिमा के दिन प्रातः काल सूर्योदय से पूर्व किसी पवित्र नदी, जलाशय में स्नान करना चाहिए।
स्नान के बाद सूर्य मंत्र का उच्चारण करते हुए सूर्य देव को अर्घ्य देना चाहिए।
स्नान के पश्चात व्रत का संकल्प लेकर भगवान मधुसूदन की पूजा करनी चाहिए।
मध्याह्न काल में गरीब व्यक्ति और ब्राह्मणों को भोजन कराकर दान-दक्षिणा देना चाहिए।
दान में तिल और काले तिल विशेष रूप से दान में देना चाहिए।
माघ माह में काले तिल से हवन और काले तिल से पितरों का तर्पण करना चाहिए।
माघ पूर्णिमा 2020 का मुहूर्त
फरवरी 8, 2020 को 16:03:05 से पूर्णिमा प्रारंभ
फरवरी 9, 2020 को 13:04:09 पर पूर्णिमा समाप्त