श्रीनगर : अमरनाथ यात्रा हो और सावन का पहला सोमवार तो बहुत कम श्रद्धालुओं को दर्शनों का सौभाग्य मिलता है। इस दिन अमरनाथ की पवित्र गुफा में भी विशेष पूजा होती है। श्रद्धालुओं का प्रयास रहता है कि सावन के पहले सोमवार को ही बाबा बर्फानी के दर्शन हों। तीन हजार आठ सौ 88 मीटर ऊंचाई पर स्थित बाबा बर्फानी की पवित्र गुफा में हिमलिंग के दर्शनों के लिए हर कोई लालायित रहता है। इस बार अच्छी बात यह है कि यात्रा के बीस दिन बाद भी बाबा बर्फानी पवित्र गुफा में विराजमान होकर श्रद्धालुओं को दर्शन दे रहे हैं। मौसम अनुकूल होने के कारण श्रद्धालुओं को भी कोई परेशानी नहीं हो रही है। सोमवार को भी मौसम ठीक रहने की संभावना जताई गई है।श्रीनगर के शंकराचार्य मंदिर में भी विशेष तैयारियां की जा रही हैं। यह कश्मीर घाटी का सबसे पुराना शिव मंदिर है। इस मंदिर में भी सावन के महीने में दर्शन करने वालों की भीड़ होती है। इन सभी मंदिरों में तैयारियां चल रही हैं।
केदारनाथ धाम : केदारनाथ मंदिर में सावन के पहले सोमवार पर विशेष दर्शनों को भक्तों का जुटना पहले ही शुरू हो चुका था। श्रावण मास में भोले के भक्त उच्च हिमालय क्षेत्र में पाए जाने वाले ब्रह्मकमल फूल लाकर चढ़ाते हैं। इस पुष्प को भक्त करीब पंद्रह हजार फीट की ऊंचाई पर हिमालयी क्षेत्र से लेकर आते हैं। पौराणिक काल से यह परंपरा चली आ रही है। मंदिर समिति के कार्याधिकारी एमपी जमलोकी बताते हैं कि श्रावण मास में केदारनाथ मंदिर में विशेष पूजाएं होती हैं। समिति यहां शिव कथा का आयोजन भी कर रही है।