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आठवीं कक्षा की छात्रा से लखनऊ में चलती कार में रातभर की दरिंदगी

लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र के इंदिरानगर इलाके में कक्षा आठ की छात्रा से चलती कार में तीन लोगों ने गैंगरेप किया। छात्रा से रातभर दरिंदगी के बाद सुबह करीब चार बजे उसे घर के सामने छोड़कर भाग निकले। तीनों ने पहले छात्रा से दोस्ती की जिससे वह उनके बुलावे पर घर से उनके साथ चली गई। छात्रा के पिता की तरफ से गाजीपुर थाना में चिनहट निवासी व एक डिपार्टमेंटल स्टोर में नौकरी करने वाले अजीत पांडेय, एमबीए की तैयारी कर रहे शशांक गुप्ता और गोमतीनगर निवासी मुकेश सोनी के खिलाफ गैंगरेप, मारपीट, जानमाल की धमकी और पॉक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई गई है। तीनों आरोपियों को देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें से एक आरोपी सब इंस्पेक्टर का बेटा बताया जा रहा है।

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इंस्पेक्टर गिरजा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि छात्रा के पिता कारोबारी हैं। स्कूल आने-जाने के दौरान कुछ महीने पहले छात्रा की एक डिपार्टमेंटल स्टोर में काम करने वाले अजीत से मुलाकात हुई थी। दोनों अक्सर मिलने-जुलने लगे। अजीत अक्सर अपने दोस्त मुकेश और शशांक के साथ एक सफारी कार में छात्रा से मिलने आता था।

सुबह करीब चार बजे अस्त-व्यस्त हालत में पहुंची छात्रा

शनिवार रात छात्रा के पिता की नींद खुली तो वह घर पर नहीं थी। उन्होंने घर में उसे तलाशा लेकिन वह नहीं मिली। परिवारीजन परेशान हो गए, इसी बीच सुबह करीब चार बजे छात्रा अस्त-व्यस्त हालत में घर पहुंची और मां से लिपटकर रोने लगी।
उसकी हालत देखकर परिवारीजन परेशान हो उठे। छात्रा को पुचकार कर पूछने पर उसने जो बताया, उसे सुनकर परिवारीजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई।दोस्ती को कलंकित कर दिया
छात्रा ने बताया कि दोस्त अजीत के बुलाने पर वह आधी रात को किसी को बताए बगैर घर से निकल गई थी। अजीत सफारी कार से उसे घर के पास लेने आया था। उसके साथ शशांक और मुकेश भी थे। वह कार में बैठ गई। इसके बाद तीनों ने खाने-पीने की चीज में कुछ नशीला पदार्थ पिलाकर उसे बेसुध कर दिया। इसके बाद उसके साथ क्या हुआ, वह नहीं जानती। होश में आने पर छात्रा को घर के पास छोड़कर तीनों भाग गए।

रविवार दोपहर परिवारीजन गाजीपुर थाना पहुंचे और इंस्पेक्टर को पूरा मामला बताया। पिता की तहरीर पर अजीत, शशांक और मुकेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। छात्रा को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है।

बातचीत करने को तोहफे में दिया था मोबाइल फोन

छात्रा ने बताया कि अजीत के जरिये मिला मुकेश उससे दोस्ती करना चाहता था। उसने मोबाइल नंबर पूछा तो छात्रा ने मोबाइल फोन न होने की बात कही। इस पर मुकेश ने उसे मोबाइल फोन तोहफे में दिया था।
वह सुबह-दोपहर-शाम छात्रा से फोन पर बातचीत करने लगा। रात को वॉट्सएप पर चैटिंग शुरू कर दी। मुकेश उसे घरवालों से छिपकर बातचीत और चैटिंग के लिए कहता था।वह पकड़ा न जाए, इसके लिए चैटिंग के बाद चैट रिकॉर्ड डिलीट करने को कहता था। पुलिस छात्रा के पास मिले मोबाइल फोन से चैटिंग के रिकॉर्ड निकलवा रही है।

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कहीं छात्रा को ब्लैकमेल तो नहीं किया

आखिर ऐसी कौन सी वजह थी जो छात्रा के दोस्तों ने उसे आधी रात को घर से बाहर बुलाया? कहीं आरोपी उसे ब्लैकमेल तो नहीं कर रहे थे? उनके पास छात्रा का कोई ऐसा राज तो नहीं था जिसकी वजह से वह उसे डरा रहे थे? परिवारीजन और पुलिस इस बात को लेकर भी आशंकित हैं।
दरअसल छात्रा ने पूछताछ में बताया कि इससे पहले भी चार बार वह आधी रात को गुपचुप घर से निकलकर अजीत से मिलने गई थी। उसने बताया कि जब परिवार के लोग सो जाते थे तो अजीत या मुकेश का फोन आता था। वह उसका घर के पास ही सफारी कार लेकर इंतजार करते थे।छात्रा चुपचाप उठकर घर का दरवाजा खोलती और बाहर निकल जाती। दो से तीन घंटे साथ बिताने के बाद दोस्त उसे घर के पास ही छोड़ जाते थे। छात्रा घर आकर दरवाजा बंद करके सो जाती। चूंकि, परिवार के लोग सो रहे होते थे इसलिए उसके बाहर आने-जाने का किसी को पता नहीं चलता था।

परिवारीजनों का कहना है कि कहीं अजीत और उसके साथी किसी बात को लेकर छात्रा को डरा-धमका तो नहीं रहे थे। उन्होंने पुलिस से इस आशंका की पड़ताल करने की मांग की है।

 
लखनऊ के गाजीपुर थाना क्षेत्र के इंदिरानगर इलाके में कक्षा आठ की छात्रा से चलती कार में तीन लोगों ने गैंगरेप किया। छात्रा से रातभर दरिंदगी के बाद सुबह करीब चार बजे उसे घर के सामने छोड़कर भाग निकले। तीनों ने पहले छात्रा से दोस्ती की जिससे वह उनके बुलावे पर घर से उनके साथ चली गई। छात्रा के पिता की तरफ से गाजीपुर थाना में चिनहट निवासी व एक डिपार्टमेंटल स्टोर में नौकरी करने वाले अजीत पांडेय, एमबीए की तैयारी कर रहे शशांक गुप्ता और गोमतीनगर निवासी मुकेश सोनी के खिलाफ गैंगरेप, मारपीट, जानमाल की धमकी और पॉक्सो एक्ट सहित अन्य धाराओं में एफआईआर दर्ज कराई गई है। तीनों आरोपियों को देर रात गिरफ्तार कर लिया गया। इनमें से एक आरोपी सब इंस्पेक्टर का बेटा बताया जा रहा है।
इंस्पेक्टर गिरजा शंकर त्रिपाठी ने बताया कि छात्रा के पिता कारोबारी हैं। स्कूल आने-जाने के दौरान कुछ महीने पहले छात्रा की एक डिपार्टमेंटल स्टोर में काम करने वाले अजीत से मुलाकात हुई थी। दोनों अक्सर मिलने-जुलने लगे। अजीत अक्सर अपने दोस्त मुकेश और शशांक के साथ एक सफारी कार में छात्रा से मिलने आता था।

शनिवार रात छात्रा के पिता की नींद खुली तो वह घर पर नहीं थी। उन्होंने घर में उसे तलाशा लेकिन वह नहीं मिली। परिवारीजन परेशान हो गए, इसी बीच सुबह करीब चार बजे छात्रा अस्त-व्यस्त हालत में घर पहुंची और मां से लिपटकर रोने लगी।

उसकी हालत देखकर परिवारीजन परेशान हो उठे। छात्रा को पुचकार कर पूछने पर उसने जो बताया, उसे सुनकर परिवारीजनों के पैरों तले जमीन खिसक गई।

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दोस्ती को कलंकित कर दिया
छात्रा ने बताया कि दोस्त अजीत के बुलाने पर वह आधी रात को किसी को बताए बगैर घर से निकल गई थी। अजीत सफारी कार से उसे घर के पास लेने आया था। उसके साथ शशांक और मुकेश भी थे। वह कार में बैठ गई। इसके बाद तीनों ने खाने-पीने की चीज में कुछ नशीला पदार्थ पिलाकर उसे बेसुध कर दिया। इसके बाद उसके साथ क्या हुआ, वह नहीं जानती। होश में आने पर छात्रा को घर के पास छोड़कर तीनों भाग गए।

रविवार दोपहर परिवारीजन गाजीपुर थाना पहुंचे और इंस्पेक्टर को पूरा मामला बताया। पिता की तहरीर पर अजीत, शशांक और मुकेश के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कर ली गई है। छात्रा को मेडिकल परीक्षण के लिए भेजा गया है।

बातचीत करने को तोहफे में दिया था मोबाइल फोन

छात्रा ने बताया कि अजीत के जरिये मिला मुकेश उससे दोस्ती करना चाहता था। उसने मोबाइल नंबर पूछा तो छात्रा ने मोबाइल फोन न होने की बात कही। इस पर मुकेश ने उसे मोबाइल फोन तोहफे में दिया था।
वह सुबह-दोपहर-शाम छात्रा से फोन पर बातचीत करने लगा। रात को वॉट्सएप पर चैटिंग शुरू कर दी। मुकेश उसे घरवालों से छिपकर बातचीत और चैटिंग के लिए कहता था।वह पकड़ा न जाए, इसके लिए चैटिंग के बाद चैट रिकॉर्ड डिलीट करने को कहता था। पुलिस छात्रा के पास मिले मोबाइल फोन से चैटिंग के रिकॉर्ड निकलवा रही है।

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कहीं छात्रा को ब्लैकमेल तो नहीं किया

आखिर ऐसी कौन सी वजह थी जो छात्रा के दोस्तों ने उसे आधी रात को घर से बाहर बुलाया? कहीं आरोपी उसे ब्लैकमेल तो नहीं कर रहे थे? उनके पास छात्रा का कोई ऐसा राज तो नहीं था जिसकी वजह से वह उसे डरा रहे थे? परिवारीजन और पुलिस इस बात को लेकर भी आशंकित हैं।
दरअसल छात्रा ने पूछताछ में बताया कि इससे पहले भी चार बार वह आधी रात को गुपचुप घर से निकलकर अजीत से मिलने गई थी। उसने बताया कि जब परिवार के लोग सो जाते थे तो अजीत या मुकेश का फोन आता था। वह उसका घर के पास ही सफारी कार लेकर इंतजार करते थे।छात्रा चुपचाप उठकर घर का दरवाजा खोलती और बाहर निकल जाती। दो से तीन घंटे साथ बिताने के बाद दोस्त उसे घर के पास ही छोड़ जाते थे। छात्रा घर आकर दरवाजा बंद करके सो जाती। चूंकि, परिवार के लोग सो रहे होते थे इसलिए उसके बाहर आने-जाने का किसी को पता नहीं चलता था।

परिवारीजनों का कहना है कि कहीं अजीत और उसके साथी किसी बात को लेकर छात्रा को डरा-धमका तो नहीं रहे थे। उन्होंने पुलिस से इस आशंका की पड़ताल करने की मांग की है।

 

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