आतंकवादी नावेद के सहयोगियों को किया भगोड़ा घोषित
दस्तक टाइम्स/एजेंसी: जम्मू एवं कश्मीरउधमपुर में बीएसएफ काफिले पर हमला करने वाले पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद नावेद और मोहम्मद नोमान उर्फ मोमिन की मदद करने वाले लश्कर के ओवर ग्राउंड वर्कर (ओडब्ल्यूजी) भगोड़ा करार दिए जाएंगे।
कश्मीर के कुलगाम क्षेत्र में रहने वाले तीन ओडब्ल्यूजी के खिलाफ नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (एनआईए) ने गैर जमानती वारंट हासिल किए हैं। एनआईए की टीमें पिछले दो सप्ताह से कश्मीर घाटी में छापामारी कर रही हैं।
लेकिन लश्कर वर्कर अपने परिवार के साथ फरार हैं। सूत्रों के अनुसार उनकी गिरफ्तारी में असफल रहने के बाद एनआईए ने अदालत से उन्हें भगोड़ा घोषित करवाने के लिए आवेदन करने की तैयारी की है। अगले 2-3 दिनों में एनआईए आवेदन करेगी।
उल्लेखनीय है कि एनआईए ने कुलगाम के तीन ओवरग्राउंड वर्करों के खिलाफ गैर जमानती वारंट हासिल किया हैं, जिन्होंने आतंकियों के जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने के बाद उनकी मदद की थी और उन्हें एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले गए थे।
इनमें लश्कर-ए-तैयबा का ओवर ग्राउंड वर्कर (ओजीडब्ल्यू) फैयाज अहमद इट्टू उर्फ फैयाज वेल्डर, फैयाज अहमद अशवर उर्फ सेठा और शाबजार अहमद भट उर्फ खुर्शीद (सभी निवासी कुलगाम) शामिल हैं।
एनआईए ने इनके गैर जमानती वारंट लेने के अलावा उनकी जानकारी देने वालों को 2-2 लाख का इनाम देने की घोषणा की है। इन्होंने सीमा लांघ जम्मू-कश्मीर में प्रवेश करने वाले पाकिस्तानी आतंकियों को पनाह देने के साथ उन्हें आर्थिक मदद भी की थी।
पाकिस्तानी आतंकी मोहम्मद नावेद से हुई पूछताछ के आधार पर इन ओवर ग्राउंड वर्करों का खुलासा हुआ है। गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद से फरार हैं।