आतंकवाद का खतरा कुछ समय और जारी रहेगा
अमेरिकी(एजेंसी)।राष्ट्रपति बराक ओबामा का कहना है कि शीर्ष आतंकी नेताओं के खात्में के बाद भी आतंकवाद में कोई कमी नहीं है। दो अफ्रीकी राष्ट्रों-लीबिया और सोमालिया में आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई के लिए सैन्य कार्रवाई करने के बाद ओबामा का कहना है कि अफगानिस्तान और पाकिस्तान में शीर्ष अलकायदा नेताओं के खात्मे के बावजूद आतंकवाद का खतरा कुछ समय और तक जारी रहने की आशंका है। लीबिया में अमेरिकी कमांडो के हाथों पकड़े गये अलकायदा के कथित शीर्ष सरगना अबु अनेस अल-लिबी को न्याय के दायरे में लाने की प्रतिबद्धता जताते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका को अभी इन क्षेत्रों में विचारों के युद्ध की, मुस्लिम देशों के साथ बातचीत की और कट्टरपंथी ताकतों को अलग थलग करने की जरूरत है। ओबामा ने कल व्हाइट हाउस में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, हम जानते हैं कि अल-लिबी ऐसी योजनाएं बनाता था और उन्हें अंजाम तक पहुंचाता था, जिससे सैकड़ों लोगों की मौत हो, जिनमें ज्यादातर अमेरिकी नागरिक होते थे। हमारे पास इस बात के पुख्ता सबूत भी हैं। उसे अदालत में पेश किया जाएगा। अमेरिकी सेना ने शनिवार को त्रिपोली में अल़लिबी को गिरफ्तार किया था, जहां वह अपनी कार खड़ी कर रहा था। अमेरिकी सेना उसे युद्धपोत पर ले गई जहां सैन्य हिरासत में उससे पूछताछ की गई। दुनिया भर में आतंकवाद के प्रसार पर उन्होंने कहा कि अमेरिका ने सफलतापूर्वक अलकायदा की शीर्ष नेतत्व पंक्ति का खात्मा किया जो प्रमुख रूप से अफगानिस्तान और पाकिस्तान में अभियान चला रही थी। उन्होंने कहा लेकिन आप जानते हैं कि इन क्षेत्रीय समूहों में से कुछ के अलकायदा से, उसकी विचारधारा से संबंध हैं और कुछ स्थानीय समूह हैं। कुछ समूह अपनी सीमाओं से बाहर सक्रिय होने में सक्षम हैं लेकिन अपनी सीमाओं के भीतर वे ज्यादा नुकसान पहुंचा सकते हैं।अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि इन दो बातों में अंतर है कि अमेरिका अपने खिलाफ साजिश रचने वाले आतंकवादियों से निपट रहा है और उनका देश लड़ाइयों में शामिल है। उन्होंने कहा आतंकवाद और आतंकवादी नेटवर्कों का खतरा आने वाले कुछ समय में जारी रहेगा। हमें दीर्घकालिक योजना बनानी होगी जो सैन्य आधारित न हो। ओबामा ने कहा हमें आर्थिक विकास के बारे में सोचना होगा। हालांकि आतंकवाद और अर्थव्यवस्था के बीच संबंध नहीं है लेकिन इस बात में दो मत नहीं है कि अगर आपके यहां समाजों में बड़ी संख्या में बेरोजगार और अशिक्षित युवा हैं तो इस बात की आशंका अधिक है कि आतंकवादी उन्हें अपनी ओर कर लें।