नई दिल्ली : पुलवामा टेरर अटैक में 40 सीआरपीएफ जवानों के शहीद होने के बाद सोमवार को आतंकियों से मुठभेड़ में चार और सैनिक शहीद हो गए। इस दौरान सेना ने तीन आतंकियों को भी मार गिराया। भारतीय सेना, सीआरपीएफ और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने मंगलवार सुबह संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस की।सीआरपीएफ के आईजी ऑपरेशन जुल्फीकार हसन ने कहा – हमारी हेल्पलाइन 14411 इस आतंकी हमले के संबंध में देशभर में कश्मीरियों की मदद कर रही है। कई कश्मीरी छात्रों ने देशभर से इस संबंध में हमसे मदद मांगी है। कश्मीर से बाहर पढ़ रहे छात्रों की सुरक्षा का खास ध्यान रखा जा रहा है। जम्मू-कश्मीर के आईजी पुलिस एसपी पाणी ने कहा – आतंकियों की भर्ती में उल्लेखनीय कमी आयी है। पिछले तीन महीनों में आतंकियों की कोई भर्ती नहीं हुई है। इसमें कश्मीर के परिवार महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहे हैं। हमारा परिवारों से आग्रह है कि वे आतंकियों की भर्ती को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएं। इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में भारतीय सेना के लेफ्टिनेंट जनरल केजेएस ढिल्लों ने कश्मीर में नौजवानों की मांओं से अपने बेटों को बंदूक का रास्ता छोड़ने की अपील की। उन्होंने इस प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा –
कश्मीर में कितने गाजी आए थे और कितने ही चले गए।
जैश-ए-मोहम्मद को ISI कंट्रोल कर रहा है।
सेना के पास सरेंडर करने वालों के लिए बहुत अच्छी पालिसी है।
कल पुलवामा में हुए एनकाउंटर में हमने इस बात का ख़ास ख्याल रखा कि किसी भी आम नागरिक को इस घटना में जान का नुकसान न हो।
मैं लोगों से अपील करता हूं कि वो एनकाउंटर वाली जगह पर न जाए। क्योंकि क्रॉस फायर में गोली लगने से जान का नुकसान हो सकता है। इसलिए मेरी अपील है की एनकाउंटर के दौरान और बाद में एनकाउंटर वाली जगह पर न जाएं।
पुलवामा में कल हुए एनकाउंटर में घायल हुए ब्रिगेडियर हरदीप सिंह छुट्टी पर थे। जब उनको आतंकियों के खिलाफ चल रहे ऑपेरशन के बारे में जानकारी मिली तो वो अपनी छुट्टी बीच में छोड़कर ऑपरेशन में शामिल हुए।
पुलवामा में आतंकी हमले में पाकिस्तान का हाथ है। इसमें कोई भी शक नहीं है।
आवाम से सेना की अपील है कि वे एनकाउंटर क्षेत्र से दूर रहें।
100 घंटे में जैश के आतंकियों को मार गिराया।
कश्मीर के नौजवानों की मांओं से सेना की अपील – अपने बेटों को समझाएं कि घर वापस लौट जाएं।
पुलवामा मुठभेड़ में तीन आतंकवादी मार गिराए।
जैश के बड़े आतंकियों की तलाश जारी, जो बंदूक उठाएगा उसे मार गिराएंगे।
हम किसी नागरिक को नुकसान नहीं पहुंचाना चाहते।