आतंकी कहकर पिटाई किए जाने के बावजूद सिख ड्राइवर ने बचाई लोगों की ‘जिंदगी’
वाशिंगटन: एक शख्स द्वारा आतंकवादी कहकर बुलाए जाने और बेरहमी से हमला किए जाने के बावजूद एक सिख बस ड्राइवर बलविंदर जीत सिंह ने ब्रेक पर अपना पांव रखकर लोगों की जिंदगी बचाई। उनका केस लड़ रहे सिख संगठन ने कहा कि इस हमले के बाद सिख ड्राइवर बलविंदर सिंह बेहद दर्द से गुजर रहे हैं और उन्हें आंखों से ठीक तरह से दिखाई नहीं दे रहा।
संगठन का कहना है कि ‘हमला होने के बावजूद दर्द से तड़पते बलविंदर ने सड़क पर जा रहे पैदल यात्रियों और बस सवारों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए ब्रेक पर पांव रखा। हमले के बाद बलविंदर को चेहरे और जबड़े में सूजन तथा आंखों में संक्रमण के साथ अस्पताल में छोड़ दिया गया।’
पिछले 17 सालों से बस ड्राइविंग कर रहे बलविंदर ने एक बयान में कहा, ‘मैं जानता हूं कि अपनी कहानी साझा करने से मैं इस बात पर प्रकाश डाल सकूंगा कि देश भर में समुदाय को किस तरह कट्टरता और नफरत का सामना करना पड़ रहा है। इन अपराधों को बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।’
लॉस एंजिल्स काउंटी शेरिफ कार्यालय के अनुसार, जिस यात्री ने बलविंदर पर हमला किया वह किसी अन्य आपराधिक मामले में पुलिस की हिरासत में है।
सिख गठबंधन कानूनी टीम लोकल शेरिफ विभाग और एफबीआई के साथ मिलकर घृणित अपराध की जांच और अभियोजन के लिए काम कर रही है।
इस घृणित बयानबाजी के चेहरे और डर के माहौल के बीच हम यह सुनिश्चितता चाहते हैं कि सभी पूर्वाग्रह आधारित घटनाओं को अच्छी तरह से जांच की जाए और अपराधियों पर कार्रवाई कर न्याय दिलाया जाए। सिख गठबंधन वरिष्ठ स्टाफ वकील गुरजोत कौर ने यह बात कही।