आतंकी को दबोचने के लिए सब्जी विक्रेता बने एनआईए अफसर
नई दिल्ली : राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने स्वतंत्रता दिवस से ठीक 2 दिन पहले मध्य प्रदेश के इंदौर जिले से जाहिरुल शेख को पकड़ा। जाहिरुल शेख 2014 में पश्चिम बंगाल के वर्धमान में हुए बम विस्फोट का आरोपी है। लेकिन वर्धमान शेख को पकड़ना एनआईए के लिए इतना आसान नहीं था। एनआईए लम्बे समय से जाहिरुल शेख की तलाश में थी। एनआईए को अपने विश्वसनीय सूत्रों से जानकारी मिली थी कि शेख अभी मध्य प्रदेश में रह रहा है। लेकिन जाहिरुल शेख यहां वेश बदल कर रहता था। वो यहां मजदूर और एक पेन्टर के वेश में छिपा हुआ था। जाहिर है उसकी सही पहचान कर उसे दबोचना जांच एजेंसी के लिए किसी चुनौती से कम नहीं थी।
लिहाजा एजेंसी ने उसे पकड़ने के लिए पूरी तरह से गोपनीयता बरती। यहां तक कि अपने ऑपरेशन के बारे में एनआईए ने मध्य प्रदेश की स्थानीय पुलिस को भी नहीं बताया। इंदौर के जिस मकान में जाहिरुल शेख रहता था उसके मकान मालिक ने अपने किरायेदार का वेरिफिकेशन नहीं कराया था। शेख यहां दो सालों से रह रहा था और अलग-अलग शहरों में मजदूर बनकर काम करता था। कोहिनूर कॉलोनी के जिस इलाके में जाहिरुल शेख रहता था उस इलाके में एनआईए के अफसरों ने वेश बदलकर सब्जी बेचना शुरू कर दिया ताकि उसपर करीब से निगरानी रखी जा सके। हाथ ठेले पर सब्जी बेचते हुए जांच एजेंसी के अधिकारी कॉलोनी में आने-जाने लगे और जाहिरुल के बारे में उन्होंने इस तरह हर छोटी-बड़ी जानकारी हासिल कर ली। इसके बाद एनआईए ने जाल बिछाकर उसे दबोच लिया। बता दें कि जाहिरुल उर्फ जाकिर पश्चिम बंगाल के नादिया का रहने वाला है। वह आतंकी संगठन जमात-उल-मुजाहिद का सक्रिय सदस्य है। उसने आतंकी विस्फोट और हथियार चलाने की ट्रेनिंग हासिल की है। ऐसी आशंका जताई जा रही है कि यह खूंखार आतंकी यहां किसी बड़ी वारदात को अंजाम देने के लिए रुका हुआ था।