आतंक से संघर्ष में भारत-रूस ने दोहरायी सहयोग की प्रतिबद्धता
नई दिल्ली : भारत और रूस ने सुरक्षा और आतंक के खिलाफ लड़ाई में द्विपक्षीय सहयोग को मजबूत बनाने की प्रतिबद्धता दोहराई है। गृह मंत्रालय ने अपने एक बयान में बताया है कि कि गृहमंत्री राजनाथ सिंह और रसियन फेडेरेशन सिक्युरिटी काउंसिल के सेक्रेटरी निकोलई पेट्रशेव के बीच मॉस्को में हुई बैठक में इस मसले पर विस्तार से बातचीत हुई। इस दौरान दोनों नेताओं ने अक्टूबर 2016 में हस्ताक्षर किए गए सूचना सुरक्षा समझौते के लागू होने की समीक्षा भी की। दोनों देशों की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषदों के बीच जारी सहयोग व आपस में नियमित दौरे का स्वागत किया। राजनाथ सिंह 27 से 29 नवंबर तक तीन दिन के रूस के दौरे पर हैं। उन्होंने आपदा प्रबंधन में सहयोग के मसले पर रूस के आपात स्थिति मंत्री व्लादिमीर पुश्कोव के साथ भी बातचीत की और 2010 में किए गए आपदा प्रबंधन समझौते की प्रगति की भी समीक्षा की। बयान में कहा गया है कि दोनों पक्षों में सहमति बनी कि रूस भारत में नेशनल क्राइसिस मैनेजमेंट सेंटर स्थापित करने में सहयोग करेगा। दोनों नेताओं ने बाद में आपदा प्रबंधन में सहयोग के लिए संयुक्त कार्यान्वयन योजना 2018-19 पर हस्ताक्षर किए। बयान के मुताबिक, राजनाथ सिंह मंगलवार को रूस के फेडेरल सिक्योरिटी सर्विस का दौरा करेंगे और उसके डायरेक्टर एलेक्जेंडर बोर्टनीकोव के साथ बातचीत करेंगे।