रात में ठीक से न सोना आपके मानसिक सेहत को प्रभावित कर सकता है। यदि आपको भी पर्याप्त नींद नहीं आती, तो अपनी कुछ आदतों को बदलकर देखिए। रात में ठीक से नींद नहीं आती? सारी रात बिस्तर पर करवटें बदलते रहते हैं? इसकी वजह जीवनशैली से संबंधित आपकी कुछ उल्टी-सीधी आदतें भी हो सकती हैं।
प्रतिदिन जिस तरह हेल्दी बैलेंस डाइट और एक्सरसाइज शरीर के लिए जरूरी होता है, ठीक उसी तरह सात से आठ घंटे नींद लेना भी मानसिक रूप से स्वस्थ रहने के लिए आवश्यक है। नींद में जरा सी भी गड़बड़ी शारीरिक और मानसिक समस्याओं को बढ़ाता है। पर्याप्त रूप से न सोने के कारण आपकी दिनचर्या भी प्रभावित होती है।
रात में देर से खाते हैं, तो इस आदत को बदल दें। रात दस बजे के बाद खाने से कुछ लोगों में नींद न आने की समस्या देखी जा सकती है। हालांकि, काम के दबाव के कारण दस बजे तक डिनर लेना आज संभव नहीं हो पाता, फिर भी साढ़े नौ बजे तक खाने की कोशिश करें।
कई बार रात में खट्टे फल जैसे संतरा या अंगूर खाने से हार्टबर्न की समस्या बढ़ती है। इससे नींद आने में दिक्कत हो सकती है। कई बार लोग बिना खाए या फिर हद से ज्यादा खाते ही सोने चले जाते हैं। अधिक खाने से बचें।
बेहतर है कि बेड पर जाने से एक घंटे पहले खा लें। सोने से पहले कॉफी पीते हैं, तो ऐसा न करें। इसमें मौजूद कैफीन अलर्टनेस को बढ़ाता है, जिससे नींद में बाधा आती है। कॉफी की जगह, चॉकलेट का एक टुकड़ा खा लें।