आदित्य ठाकरे ने कहा,- ये सिर्फ भाजपा-शिवसेना का झगड़ा नहीं मनुष्य बनाम पर्यावरण की लड़ाई है
मुंबई । Aarey Forest Issue शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि आरे का मुद्दा शिवसेना या भाजपा के बीच का झगड़ा नहीं था बल्कि ये मनुष्य बनाम पर्यावरण की लड़ाई है। ठाकरे ने कहा कि पेड़ों को बचाने के लिए हमने बहुत प्रयास किया हमें लगता है इस लड़ाई में जीत पर्यावरण की ही होगी। उन्होंने कहा की जब मेट्रो रेल कॉपोरेशन ने प्रस्तावित मेट्रो शेड के लिए आरे में पेड़ों को काट दिया था, तो उन्हें सुप्रीम कोर्ट से न्याय मिलने की पूरी उम्मीद थी।
ठाकरे ने कहा, एमएमआरसी ने पहले ही पेड़ों को काट दिया है, लेकिन मुझे विश्वास है कि सुप्रीम कोर्ट हमें न्याय दिलाएगा। शिवसेना नेता आगामी महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों से पहले सक्रिय रूप से प्रचार और चुनावी रैली कर रहे हैं, बता दें कि आदित्य ठाकरे मुंबई की वर्ली सीट से चुनाव लड़ रहे हैं।
गौरतलब है आरे जंगल मामले में बांबे हाईकोर्ट ने पिछले दिनों फैसला सुनाया था कि मुंबई महानगरपालिका के वृक्ष प्राधिकरण का मेट्रो-3 के लिए वृक्षों की कटाई का निर्णय पूरी तरह उचित और तर्कसंगत है।
न्यायालय ने पेड़ों की कटाई को रोकने के लिए दायर जोरू बाथेना द्वारा दायर की गई याचिका खारिज कर दी थी। जिसके बाद शाम को पेड़ों की कटाई शुरु हो गई थी। पेड़ों के काटे जाने की सूचना मिलते ही वहां काफी संख्या में लोग एकत्रित हो गये और पेड़ों को बचाने के लिए विरोध प्रदर्शन शुरु हो गया।
आदित्य ठाकरे ने किया था ट्वीट
सुबह होते ही सरकार सरकार में भाजपा की सहयोगी शिवसेना की प्रवक्ता प्रियंका चतुर्वेदी भी आरे कॉलोनी पहुंच गईं। पेड़ काटने के विरोध केचलते पुलिस से उनकी धक्कामुक्की भी हो गई। धारा 144 लगे होने के कारण उन्हें कॉलोनी के अंदर नहीं घुसने दिया गया। इस दौरान शिवसेन नेता आदित्य ठाकरे ने भी ट्वीट कर कहा कि आरे कॉलोनी में पेड़ काटने वालों को गुलाम कश्मीर भेज देना चाहिये, जिससे वह पेड़ छोड़ आतंकियों के कैंप को नष्ट करें।