आदिवासियों को भड़काने गए स्वामी अग्निवेश पीटे गये, मुख्यमंत्री ने दिये जांच के आदेश
रांची : झारखंड के पाकुड़ में कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे सामाजिक कार्यकर्ता स्वामी अग्निवेश की कुछ लोगों ने आज पिटाई कर दी। भाजपा युवा मोर्चा के कार्यकर्ताओं ने स्वामी के होटेल के बाहर ही उन्हें दबोच लिया और उनकी पिटाई की। इतना ही नहीं उन लोगों ने अग्निवेश के कपड़े तक फाड़ डाले। मारपीट करने वाले लोगों का कहना है कि स्वामी अग्निवेश आदिवासियों को भड़काने गए थे। अग्निवेश ने गोमांस को लेकर विवादित बयान देते हुए कहा कि गोमांस खाना चाहिए। इसी बयान से युवा मोर्चा व एबीवीपी के कार्यकर्ता नाराज थे। स्वामी अग्निवेश की मई, 2011 में भी गुजरात के अहमदाबाद में पिटाई हुई थी, तब उन्होंने अमरनाथ के पवित्र शिवलिंग पर विवादित बयान दिया था।
अग्निवेश के साथ मारपीट का वीडियो भी वायरल हो गया है। अग्निवेश ने कहा कि घटना के बाद पुलिस अधीक्षक एवं अन्य अधिकारी यहां आये और उनके इलाज के लिए चिकित्सकों को बुलाया गया, जिन्होंने उनकी प्राथमिक चिकित्सा की। झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घटना पर चिंता व्यक्त करते हुए उसकी जांच संथाल परगना के मंडलायुक्त और पुलिस उपमहानिरीक्षक से कराने के निर्देश दिए। स्वामी अग्निवेश के आज यहां पहुंचने की सूचना मिलने के बाद उनके होटल के सामने कथित तौर पर भाजपा और उसके दूसरे संगठनों के कार्यकर्ता विरोध के लिए एकत्रित हो गए थे। कार्यकर्ताओं ने अग्निवेश के खिलाफ नारेबाजी की और उन पर आदिम जनजातियों को भड़काने का आरोप लगाया। बंधुआ मुक्ति मोर्चा के संयोजक रहे स्वामी अग्निवेश समाजिक व मानवाधिकार कार्यकर्ता हैं। अग्निवेश ने हरियाणा से चुनाव लड़ा और मंत्री भी बने, लेकिन मजदूरों पर लाठी चार्ज की एक घटना के बाद उन्होंने राजनीति से ही इस्तीफा दे दिया और राजनीति से दूर हो गए।