लखनऊ। पुलिस स्मृति दिवस के मौके पर मंगलवार को पुलिस लाइन एक परेड का आयोजन किया गया। सीएम अखिलेश यादव ने इसकी शुरुआत की। कार्यक्रम में सबसे पहले सीएम ने शहीद जवानों को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान उन्होंने कहा कि यूपी पुलिस के सामने आए दिन नई-नई चुनौतियां आ रही हैं। ऐसे में जवानों को आधुनिक तकनीक और जानकारी से लैस होने की जरूरत है। इससे वे इन चुनौतियों का डटकर सामना कर सकेंगे। साथ ही साइबर क्राइम पर रोक लगाई जा सकेगी। पुलिस स्मृति दिवस परेड में सीएम के अलावा मुख्य सचिव आलोक रंजन, प्रमुख सचिव गृह देवाशीष पांडा, डीजीपी एएल बनर्जी समेत कई प्रशासनिक अफसर भी मौजूद रहे। अखिलेश यादव ने कहा कि आने वाले दिनों में पुलिस अमन-चैन लाने का काम करेगी। राज्य सरकार उन्हें आधुनिक हथियार मुहैया कराने की तैयारी में है। एसआई को सीयूजी नंबर दी जा रही है। साथ ही महिलाओं से संबंधित अपराधों के लिए अलग व्यवस्था की गई है। सीएम ने कहा कि महिला अपराध के मामले में पुलिस ने इन दिनों बड़ी संख्या में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की है। उन्होंने कहा कि साइबर क्राइम आज के दौर में पुलिस के सामने एक नई चुनौती बनकर उभरा है। इसके लिए कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे। अखिलेश यादव ने कहा कि वैसे तो कानपुर में पहले से ही यह काम हो रहा है। अब लखनऊ और इलाहाबाद में भी कंट्रोल रूम खोले जाएंगे। वही, शहीदों के परिजनों को मुआवजा भी दिए जाने का प्रस्ताव है।