दस्तक टाइम्स एजेंसी/दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने कहा कि केंद्र से उनकी लड़ाई जनता के लिए है। जिस जनता ने उन्हें सत्ता में पूर्ण समर्थन के साथ बिठाया, यह लड़ाई किसी व्यक्तिगत हित के लिए नहीं है।
उपमुख्यमंत्री ने यह जवाब अपने सरकार के एक साल पूरा होने पर ट्विटर पर लाइव होने के दौरान एक सवाल के जवाब में दिया। जब शशि रंजन ने ट्विटर पर उनसे पूछा की उनकी पार्टी की छवि झगड़ालू पार्टी की बनती जा रही है। शायद देश में पहली बार कोई मंत्री सोशल मीडिया पर सीधे लाइव होकर जवाब दे रहे थे।
इनसनली सेन ने प्रचार प्रसार पर सरकार के 560 करोड़ रुपये के बजट पर पूछा, तो सिसोदिया ने इसे नकारते हुए कहा कि यह सिर्फ एक प्रोपेगेंडा है। अमित श्रीवास्तव ने उपमुख्यमंत्री से पूछा की क्या वह पुलिस के समानांतर एक नई व्यवस्था खड़ी कर रहे हैं जहां जनता जाना चाहती है।
इस पर सिसोदिया ने कहा कि उनकी ऐसी कोई मंशा नहीं है। बस हम दिल्ली को पुलिस के हवाले नहीं कर सकते है। दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा मिले। बाकी पुलिस कैसी है यह सब जानते हैं।
शशि रंजन ने उनसे पूछा कि वह केंद्र से क्या चाहते हैं तो उन्होंने कहा कि वह जनता के समर्थन का सम्मान करे और दिल्ली सरकार के रोजमर्रा के काम में अड़चन पैदा न करे।
नितिन जैन ने पूछा कि� एसीबी को वापस पाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि उनकी कानूनी लड़ाई जारी रहेगी। मनोज कुमार राय ने पूछा की जनलोकपाल को लेकर सरकार क्या कर रही है। इस पर सिसोदिया ने कहा कि वह दिल्ली विधानसभा में इसे पास कर चुके हैं, यह बिल केंद्र सरकार के पास अटका पड़ा है।
अमरेंद्र पाल सिंघल ने सिसोदिया से पूछा कि जेएनयू में देश विरोधी नारे पर आप क्या कहते हैं? इस पर सिसोदिया ने कहा कि वह ऐसे लोगों का कतई समर्थन नहीं करते हैं। लेकिन उनकी आड़ में पुलिस तानाशाही न करे।
हमें पता चला है कि वहां गर्ल्स हॉस्टल में पुरुष पुलिसकर्मी जांच कर रहे हैं। उदित वत्स ने पूछा कि दिल्ली में स्ट्रीट लाइट्स कब लगेंगी। इसपर मनीष सिसोदिया ने कहा कि 40 हजार लोकेशन को चिह्नित किया गया है। जल्द ही काम शुरू होगा।
दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (डीएसएसएसबी) की लंबित भर्तियां कब पूरी होंगी, पर जवाब दिया कि 2007 के बाद से 20 लाख आवेदक परिणामों का इंतजार कर रहे हैं। हमने 80 फीसदी को क्लीयर कर दिया है।
इस साल के अंत तक सभी क्लीयर कर दी जाएंगी। शिक्षा को बेहतर बनाने के अगले कदम के सवाल पर उन्होंने कहा कि इस साल उनका फोकस शिक्षकों की क्वालिटी और ट्रेनिंग पर फोकस होगा।
ठेके के शिक्षकों को नियमित करने की नीति बन गई है। एलजी से मंजूरी का इंतजार है। मानवेंद्र सिंह राणा की ओर से स्कूलों को लेकर सवाल पर उन्होंने कहा कि एक साल में उन्होंने 8000 क्लास बढ़ाई हैं जो कि 200 नए स्कूलों के बराबर है।
25 नए स्कूलों की बिल्डिंग भी तैयार हैं, जल्द ही हम 100 नई बिल्डिंग बनाने को लेकर प्रक्रिया चल रही है। निकेत सिंह के परिवहन व्यवस्था के सवाल पर सिसोदिया ने कहा कि वह मई तक एक हजार बस और इस साल के अंत तक तीन हजार नई बसें सड़कों पर लाई जाएंगी।