नई दिल्ली: गुजरात सरकार के उत्तराधिकारी का नाम तय करने के लिए बीजेपी संसदीय बोर्ड की आज बैठक होने जा रही है.इस बैठक में गुजरात के नए मुख्यमंत्री के नाम पर फैसला हो सकता है.यह बैठक गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन पटेल के इस्तीफे देने के फैसले के बाद हो रही है.
माना जा रहा है कि गुजरात के मुख्यमंत्री की रेस में नितिन पटेल सबसे आगे हैं.वहीं गुजरात के बीजेपी अध्यक्ष विजय रुपानी का नाम भी रेस में है, क्योंकि विजय रुपानी की संगठन में पकड़ अच्छी है हालांकि नए मुख्यमंत्री के नाम का फैसला प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी करेंगे.कल आनंदीबेन पटेल ने इस्तीफा देने का ऐलान किया था.
गुजरात की मुख्यमंत्री आनंदीबेन ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है.बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने आनंदीबेन का इस्तीफा मिलने की पुष्टि की है.वहीं आनंदीबेन ने पार्टी नेतृत्व से कहा है कि नवंबर में वह 75 साल की हो जाएंगी, ऐसे में दो महीने पहले ही उन्हें जिम्मेदारियों से मुक्त कर दिया जाए.आनंदीबेन के इस्तीफे के फ़ैसले से साफ़ है कि गुजरात की सड़कों पर उमड़े दलितों के गुस्से और पटेल आंदोलन से निपटने में नाकामी का वह शिकार हुई हैं. भारत की राजनीति में पहली बार किसी मुख्यमंत्री ने अपना इस्तीफा सोशल मीडिया पर स्टेट्स डाला है.
सीएम पद के दावेदार
आनंदीबेन ने तो इस्तीफ़ा दे दिया है, लेकिन अब सवाल यह है कि वह जाएंगी तो उनकी जगह कौन लेगा.सूत्रों की माने तो दो नाम सबसे आगे बताए जा रहे हैं एक हैं विजय रुपानी और दूसरे हैं नितिन पटेल।
तो सबसे पहले आपको बताते हैं कि आखिर नितिन पटेल कौन हैं..
- नितिन पटेल का उत्तरी गुजरात में जनाधार है
- पटेल समाज में उनकी अच्छी पकड़ है
- पटेल आंदोलन के दौरान उन्होंने सरकार की ओर से बातचीत में अहम भूमिका निभाई
- उनकी छवि ज़मीन से जुड़े नेता की है
- नितिन पटेल पीएम नरेंद्र मोदी के क़रीबी हैं
वहीं अब बात करते हैं विजय रुपानी की
- विजय रुपानी साफ़ सुथरी छवि के नेता हैं
- वह अमित शाह के क़रीबी हैं
- सौराष्ट में रुपानी की अच्छी पकड़ है
- सबसे समन्वय बनाकर चलते हैं
- जैन हैं इसलिए उन पर पटेल, दलित विवाद का दबाव कम होगा
- गुजरात बीजेपी के अध्यक्ष होने के साथ-साथ गुजरात सरकार में ट्रांसपोर्ट मंत्री भी हैं
- आलाकमान ने उन्हें ‘एक व्यक्ति एक पद’ से छूट दी है