आपके वैवाहिक जीवन में कलेश रहता है तो करें ये उपाय, बदल जाएगी किस्मत
आप यह सुनकर बेहद हैरान हो रहे होंगे लेकिन हम आपको बता दें कि हमारे जीवन में आने वाले सभी उतार चढ़ाव के पीछे हमारे ग्रह नक्षत्र होते हैं। यदि ग्रहों की स्थिति शुभ न हो तो हमारा जीवन कष्टों से भरा रहता है। ऐसे में कुछ ज्योतिष्य उपाय करके हम इन परेशानियों से छुटकारा पा सकते हैं।
तेल कई तरह के होते हैं हर एक तेल अलग अलग ग्रहों से जुड़ा होता है। यदि आपकी कुंडली में कोई ग्रह ठीक नहीं है और उससे आपको अशुभ फल की प्राप्ति हो रही है तो उससे जुड़ा तेल इस्तेमाल करके आप उसके दुष्प्रभाव से बच सकते हैं लेकिन इन तेलों का प्रयोग आपको बहुत सावधानी और सोच समझकर करना होगा। हम आपको बता दें कि तेल का रंग भी बहुत महत्वपूर्ण होता है। रंग के अनुसार ये ग्रहों से जुड़े होते हैं। अगर आप नियम का पालन करके इसका उपयोग करते हैं तो आपकी किस्मत चमक उठेगी। बिना सोचे समझे तेल का दान करने से आपको हमेशा बचना चाहिए। आइए जानते हैं ज्योतिष नजरिए से कौन सा तेल आपके लिए लाभकारी रहेगा और कैसे उनका उपयोग किया जाए।
सरसों तेल:
सरसों का तेल शनि देव से जुड़ा हुआ है। अगर आपकी कुंडली में शनि की स्थिति अशुभ है तो ऐसे में आपको इस तेल का प्रयोग करना चाहिए। अगर आपको शनि के कारण शारीरिक कष्ट हो रहा है तो सरसों तेल को आप अपने पूरे शरीर और बालों पर लगाएं निश्चित रूप से आपको फायदा मिलेगा। इसके अलावा अगर आप पर शनि की साढ़े साती चल रही है तो रोजाना पीपल के पेड़ में सरसों तेल का दीपक जरूर दिलाएं। इससे शनि देव शांत रहेंगे और आपके कष्ट भी कम होंगे। वहीं दूसरी ओर अगर आपका मंगल मजबूत है तो इस तेल का प्रयोग आप भूलकर भी न करें। आप बेरोजगार हैं और नौकरी पाने के लिए काफी संघर्ष कर रहे हैं तो सरसों के तेल का दान करें। आपकी मनोकामना जरूर पूरी होगी। कुंडली में बृहस्पति के गड़बड़ होने पर भी सरसों के तेल का इस्तेमाल करना लाभदायक होता है।
बादाम का तेल:
हम सभी जानते हैं कि रोजाना बादाम खाने से हमारी बुद्धि तेज होती है लेकिन क्या आप ये जानते हैं कि ऐसा इसलिए कहा जाता है क्योंकि इस तेल का संबंध बुद्ध ग्रह से है। केवल बुद्ध ही नहीं बादाम का तेल शुक्र से भी जुड़ा हुआ है। इस तेल से आपको बुद्धि और सुंदरता का वरदान मिलता है।
चमेली का तेल:
यह तेल मंगल से जुड़ा है। अगर आपके वैवाहिक जीवन में कलह कलेश रहता है तो आप इस तेल का प्रयोग करें। इसके अलावा अविवाहित जातकों के विवाह में यदि विलंब हो रहा है या विवाह में कोई बाधा आ रही है तो इस तेल को आप हनुमान जी को रोजाना अर्पित करें। युवावस्था में चमेली के तेल का प्रयोग न करें।
चंदन का तेल:
राहु या चंद्रमा यदि अशुभ फल दे रहा है तो चंदन तेल का उपयोग करें। इससे ये ग्रह शांत हो जाएंगे।
नीम का तेल:
राहु के कारण यदि आपकी सेहत खराब रहती है तो आप नीम के तेल का इस्तेमाल करें।
नारियल तेल:
यदि आपकी कुंडली में चंद्रमा की स्थिति अशुभ है और आपको शारीरिक कष्ट है तो ऐसे में आप नारियल के तेल को अपने शरीर पर लगाएं।
तिल का तेल:
पैसों की तंगी को दूर करने के लिए आप रोजाना घर में तिल के तेल का दीपक जलाएं। इससे देवी लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और आपके सुख और समृद्धि में वृद्धि होती है।