नई दिल्ली: अगले जुलाई से सभी प्रदेशों और केंद्रशासित राज्यों से जारी होने वाले नए ड्राइविंग लाइसेंस और वीकल रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट्स (आरसी) एक जैसे ही होंगे। इनके रंग, लुक, डिजाइन और सिक्यॉरिटी फीचर्स सब सेम होंगे। इन स्मार्ट डीएल और आरसी में माइक्रोचिप व क्यूआर कोड होंगे। इन कार्ड्स में मेट्रो और एटीएम कार्ड्स की तरह नियरफील्ड कम्युनिकेशन (NFC) भी होगा जिससे ट्रैफिक पुलिस कार्ड में मौजूद सूचना तुरंत मिल जाएगी। अगर ड्राइवर ने अंगदान किया है तो नए डीएल में इसकी भी जानकारी होगी। इसके अलावा अगर ड्राइवर दिव्यांग के लिए खास तौर पर डिजाइन की गई गाड़ी चला रहा/रही है, तो यह सूचना भी डीएल में दर्ज होगी। प्रदूषण नियंत्रण में सहूलियत के लिए गाड़ी के इमिशन की सारी जानकारी आरसी में मौजूद होगी। सड़क व परिवहन मंत्रालय के एक अधिकारी ने बताया कि फिलहाल अभी अगर कोई शख्स पलूशन टेस्ट करवाना चाहता है तो उसे गाड़ी के मालिक से इस संबंध में सारी जानकारी लेनी पड़ती है। देश में रोजाना करीब 32000 डीएल या तो इशू होते हैं या रीन्यू किए जाते हैं। इसी तरह रोजाना करीब 43000 गाड़ियां रजिस्टर या रीरजिस्टर होती हैं। इस नए डीएल या आरसी में 15-20 रुपये से अधिक का खर्च नहीं होगा। ट्रांसपोर्ट मंत्रालय के अधिकारियों के मुताबिक इस बदलाव से ट्रैफिक का जिम्मा संभालने के जिम्मेदारों को भी सहूलियत होगी। उन्हें इससे गाड़ी और ड्राइवर की सारी डिटेल मिल जाएगा। ट्रैफिक पुलिस अपने पास मौजूद डिवाइस में नए कार्ड को डालते ही या क्यूआर कोड को स्कैन करते ही सारी डिटेल पा जाएगी। कार्ड में मौजूद NFC फीचर से इसकी सारी जानकारियों को तुरंत हासिल किया जा सकेगा। इसमें वाहन (गाड़ियां) और सारथी (ड्राइवर) के सेंट्रल डेटा बेस में पहले से दर्ज जानकारियां भी शामिल रहेंगी।
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