नई दिल्ली : लोकसभा चुनाव में अन्य दलों की तरह व्यस्त दिल्ली में सत्तारुढ़ आम आदमी पार्टी (आप) को शुक्रवार को तगड़ा झटका तब लगा जब दिल्ली की एक अदालत ने उसके एक विधायक पर एक लाख रुपये का जुर्माना ठोक दिया। अदालत ने विधायक जारवाल के अलावा दो अन्य आरोपियों पर भी 10-10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया। इससे पहले इसी साल फरवरी में दिल्ली की एक अदालत ने आम आदमी पार्टी विधायक प्रकाश जारवाल और दो अन्य व्यक्तियों को 2013 के दंगा और पुलिसकर्मियों पर हमला करने के मामले में दोषी ठहराया था। अदालत ने कहा था कि इस पर कोई संदेह नहीं है कि इस मामले में लोगों का जमावड़ा गैरकानूनी था क्योंकि इसने यातायात जाम हुआ और हिंसा भड़काई गई। अतिरिक्त मुख्य मेट्रोपॉलिटन मजिस्ट्रेट समर विशाल ने कहा कि ऐसा नहीं लगता कि लोगों का जमावड़ा शांतिपूर्ण था और शांतिपूर्वक तरीके से प्रदर्शन किया गया।
अदालत ने कहा कि प्रकाश जारवाल के अलावा सलीम और धर्मप्रकाश गैरकानूनी जमावड़े में शामिल थे जिसने 2 पुलिस कांस्टेबलों और एक सहायक उपनिरीक्षक पर हमला किया था। दिल्ली पुलिस की ओर से की गई शिकायत के अनुसार, 30 अगस्त 2013 को करीब सौ लोग एकत्रित हुए जिससे ट्रैफिक जाम हो गया और इनमें शामिल लोगों ने कई वाहनों को नुकसान भी पहुंचाया। दंगे की यह घटना दिल्ली के एमबी रोड पर वायुसेनाबाद के निकट हुई जिसमें कुछ पुलिसकर्मियों पर हमला किया गया और डीटीसी की एक बस सहित 2 वाहनों को खासा नुकसान पहुंचाया गया। दंगे में शामिल भीड़ ने पथराव और हिंसा भी की थी। पुलिस का कहना था कि इस दंगे में विधायक प्रकाश जारवाल भी शामिल थे। आम आदमी पार्टी के विधायक प्रकाश जारवाल कई अन्य मामलों में विवादों में रहे हैं। उन पर 53 वर्षीय महिला के साथ छेड़छाड़ का केस चला।