नई दिल्ली (एजेंसी) । आम आदमी पार्टी (आप) ने दिल्ली में सरकार गठन पर निर्णय लेने के लिए उपराज्यपाल नजीब जंग से शनिवार को 1० दिनों की मोहलत मांगी और कांग्रेस व भाजपा को पत्र लिखकर 18 मुद्दों पर उनसे रुख स्पष्ट करने को कहा है। पार्टी सदस्य मनीष सिसोदिया और कुमार विश्वास सहित आप प्रमुख केजरीवाल ने शनिवार को नजीब जंग से मुलाकात की। केजरीवाल ने उपराज्यपाल के आवास के बाहर मीडियाकर्मियों को बताया ‘‘हमने इस मसले पर निर्णय के लिए 1० दिनों की मोहलत मांगी है।’’ उपराज्यपाल ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) द्वारा सरकार बनाने से इंकार कर देने पर आप को निमंत्रण भेजा था। भाजपा 7० सदस्यीय विधानसभा में 31 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी बन कर उभरी है जबकि आप 28 सीटों के साथ दूसरे स्थान पर है। केजरीवाल से मुलाकात करने के बाद दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग ने शनिवार को कहा कि सरकार गठन के बारे में राष्ट्रपति को वह एक तथ्यात्मक रिपोर्ट सौपेंगे। केजरीवाल के साथ मुलाकात के तत्काल बाद उनका बयान एक विज्ञप्ति के रूप में सामने आया। विज्ञप्ति में यह भी कहा गया है कि सरकार गठन के लिए आप को कांग्रेस के बिना शर्त समर्थन के पत्र का हवाला देते हुए केजरीवाल ने कहा कि वह जनता के रुख का पता लगाने के बाद ही सरकार बनाने की स्थिति में होंगे। केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि उनकी पार्टी ने कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष राजनाथ सिंह को पत्र लिख कर दिल्ली के कुछ खास मुद्दों पर उनका रुख जानना चाहा है। इस पर भाजपा ने आप के रुख को अहंकारपूर्ण करार दिया है। 2जबकि कांग्रेस ने कहा है कि वह आप के पत्र का जवाब एक-दो दिन में देगी। केजरीवाल ने दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग से मुलाकात के बाद कहा ‘‘हमने सोनिया गांधी को पत्र लिखा है। हमने राजनाथ सिंह को पत्र लिखा है। हमने आपका समर्थन नहीं मागा। उनकी क्या मंशा है।’’ उन्होंने कहा कि कांग्रेस और भाजपा को 18 मुद्दों पर रुख स्पष्ट करने चाहिए।
ये मुद्दे निम्नलिखित हैं :
1. दिल्ली से वीआईपी संस्कृति हटनी चाहिए। कोई भी विधायक और मंत्री या दिल्ली का अधिकारी लाल बत्ती वाली कार इस्तेमाल नहीं करेगा। न उन्हें आलीशान बंगला दिया जाएगा और न ही कोई विशेष सुरक्षा दी जाएगी।
2. जनलोकपाल विधेयक के जिस स्वरूप को लेकर अन्ना हजारे ने अनशन किया था उसे पारित करना होगा।
3. जनता मोहल्ला सभा में अपने इलाके और बस्ती की जरूरतों पर सीधे फैसला लेगी जिसे हर इलाके और कॉलोनियों में आयोजित किया जाएगा।
4. आप दिल्ली को पूर्ण राज्य का दर्जा दिए जाने की मांग करती है। केंद्र सरकार का दिल्ली विकास प्राधिकरण (डीडीए) और पुलिस से नियंत्रण हटाया जाए।
5. पार्टी दिल्ली स्थित सभी बिजली कंपनियों के निजीकरण के समय से उसकी विशेष आडिट की मांग करती है जो कंपनी इसमें हिस्सा नहीं लेती उसका लाइसेंस रद्द किया जाए।
6. बिजली मीटरों की जांच की जाए।
7. हर व्यक्ति को रोजाना 22० लीटर पानी उपलब्ध बताया जाता है। लेकिन ऐसा है कहां?
8. आप अनधिकृत बस्तियों को नियमित करवाना चाहती है। दिल्ली में 3० फीसदी लोग ऐसी बस्तियों में रहते हैं और उनको अधिकृत किया जाए।
9. पार्टी यह जानना चाहती है कि झुग्गियों में रहने वाले लोगों के लिए स्वच्छ और सस्ता पक्का मकान देने के फैसले पर कांग्रेस और भाजपा साथ देगी।
1०. आप ठेके पर काम करने वालों की नियमित करने पर भी समर्थन चाहती है।
11. आप सामान्य व्यवसायियों को सड़क बिजली और पानी जैसी आधारभूत सुविधाएं देना चाहती है।
12. आप खुदरा में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (एफडीआई) के खिलाफ है।
13. पार्टी राष्ट्रीय राजधानी के गांवों के किसानों को सुविधा और सब्सिडी दिलवाना चाहती है।
14. पार्टी ने 5०० सरकारी स्कूल खोलने और निजी स्कूलों में डोनेशन बंद करने तथा शुल्क प्रणाली क2ो पारदर्शी बनाने के मुद्दे पर भी कांग्रेस और भाजपा का रुख जानना चाहती है।
15. पार्टी ने कहा कि यह बेहतरीन सुविधाओं वाले नए सरकारी अस्पताल खोलना चाहती है।
16. आप महिलाओं के लिए विशेष सुरक्षा इकाई चाहती है और उत्पीड़न के सभी मामले तीन महीने के अंदर निपटाए जाएं।
17. आप पर्याप्त मात्रा में न्यायालय स्थापित करना और नए न्यायाधीशों की नियुक्ति चाहती है ताकि मामलों पर सुनवाई छह महीने में संपन्न हो सके।
18. आप ने जानना चाहा है कि क्या इन मुद्दों पर दिल्ली नगर निगम समर्थन करेगा।
कांग्रेस ने कहा है कि आम आदमी पार्टी (आप) के पत्र का जवाब वह एक-दो दिन में देगी। पार्टी के एक पदाधिकारी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
कांग्रेस महासचिव शकील अहमद ने आईएएनएस से कहा ‘‘कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने अरविंद केजरीवाल के पत्र की जिम्मेदारी मुझे सौंपी है और हम एक-दो दिन में उसका जवाब तैयार करके भेज देंगे।’’