आयुर्वेद में हैं ऐसे कई उपाय, जो कोरोनावायरस के प्रकोप से करेंगे आपका बचाव
भारत समेत पूरी दुनिया कोरोना वायरस के प्रकोप से जूझ रही है। COVID-19 वायरस के कारण अब तक हजारों लोगों ने अपनी जान गंवा दी है। कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने का एक मात्र उपाय स्वास्थ्य दिशा निर्देशों का पालन करना है। नियमित तौर पर साफ सफाई करते रहना आवश्यक है, खासतौर पर हाथ धोना। इन सबके साथ यदि आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर रहेगी तो आप औरों के तुलना में कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने में ज्यादा सफल रहेंगे। आयुर्वेद में ऐसे कई उपाय हैं, जिनको अपना कर आप अपने शरीर के इम्यून सिस्टम को बेहतर कर सकते हैं, साथ ही अपने घर तथा आस-पास के वातावरण को कोरोना वायरस के प्रकोप से भी मुक्त रख सकते हैं।
कोरोना वायरस के प्रकोप से बचने के लिए आयुर्वेदाचार्य डॉ. अजय सक्सेना ने कुछ सुझाव दिए हैं, जिनका पालन करके हम खुद को सुरक्षित रख सकते हैं।
1. COVID-19 वायरस के प्रभाव से बचने के लिए सबसे जरूरी है कि आप नियमित तौर पर गुनगुना पीना पिएं।
2. शरीर के इम्यून सिस्टम को दुरूस्त रखने के लिए आपको नियमित तौर पर उचित मात्रा में आंवला, एलोवेरा, गिलोय, नींबू आदि का जूस पीना चाहिए।
3. रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने के आप पानी में तुलसी रस की कुछ बूंदें डालकर पी सकते हैं।
4. गर्म दूध में हल्दी मिलाकर पीने से भी रोग प्रतिरोधक क्षमता बेहतर होती है।
5. इम्यून सिस्टम की बेहतरी के लिए आप अष्टादसांग काढ़ा, गुडूच्यादि काढ़ा , अमृतउत्तरम काढ़ा या सिरिशादी काढ़ा का सेवन करना उत्तम रहेगा।
6. घर और आस-पास के वातावरण को स्वच्छ रखने के लिए आप नियमित तौर पर नीम की पत्तियों, गुग्गल, राल, देवदारु और दो कपूर को साथ में जलाएं। उसके धुएं को घर और आस-पास में फैलने दें।
7. इसके अलावा आप चाहें तो गुग्गल, वचा, इलायची, तुलसी, लौंग, गाय का घी और खांड को किसी मिट्टी के पात्र में रखकर जलाएं और उसके धुएं को घर और आस-पास में फैलने दें।
8. इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने के लिए आप नियमित तौर पर तुलसी की 5 पत्तियां, 4 काली मिर्च, 3 लौंग, एक चम्मच अदरक का रस शहद के साथ ले सकते हैं।
9. चाय पीने के शौकीन हैं, तो आपको नियमित रूप से 10 या 15 तुलसी के पत्ते, 5 से 7 काली मिर्च, थोड़ी दालचीनी और उचित मात्रा में अदरक डालकर बनाई गई चाय पीनी चाहिए। यह आपको रोगों से बचने में मदद करेगी।
10. इन सबके अलावा आपको कोरोना वायरस से बचने के लिए स्वास्थ्य मंत्रालय के जारी किए गए दिशा निर्देशों का पालन करना चाहिए।