नई दिल्ली । नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर राजधानी पहुंचे जाट आंदोलनकारियों की वजह से जंतर मंतर से सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगों को सरकार नहीं मानती है तो २० मार्च से दिल्ली के सभी बार्डर एरिया को सील कर दिया जाएगा। इतना ही नहीं दिल्ली को दूसरे राज्यों से होने वाली सारी आपूर्ति को भी रोक दिया जाएगा। इसके साथ ही इन आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों को मनवाने के लिए हरियाणा में अभी से अहसयोग आंदोलन शुरू कर दिया है, जिसमें बिजली बिल आदि नहीं जमा करना शामिल है। धरना प्रदर्शन का दौर सुबह ११ बजे से लेकर शाम ४ बचे तक चलता रहा। इस दौरान आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों का ज्ञापन राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को सौंपा। अखिल भारतीय जाट आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष यशपाल मलिक के नेतृत्व में आंदोलनकारियों ने अपनी मांगों को लेकर संसद भवन की ओर कूच किया जिसे दिल्ली पुलिस ने संसद मार्ग थाने के पास रोक लिया, जिससे आंदोलनकारी उग्र हो गए। इसके बाद दिल्ली पुलिस ने जाट नेताओं को हिरासत में लेकर बाद में छोड़ दिया। आप विधायक देवेन्द्र सहरावत ने कहा कि दिल्ली की केजरीवाल सरकार ने जाटों को आरक्षण नहीं दिया तो इसे भी आने वाले चुनाव में बड़ी कीमत चुकानी पड़ेगी। धरने को विभिन्न इलाके से आये जाट नेताओं ने प्रदर्शकारियों को संबोधित किया।