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आर्मी पत्थर खाए तो कुछ नहीं, जीप से बांधा तो परेशानी हो गई: योगेश्वर दत्त

पानीपत. जम्मू-कश्मीर में सेना की जीप पर कश्मीरी युवक को बांधकर घुमाने वाले वीडियो पर रेसलर योगेश्वर दत्त ने ट्वीट किया। योगेश्वर ने लिखा, “बाढ़ से बचाओ, फिर पत्थर खाओ तब तक कुछ लोगों को परेशानी नहीं है, अब जब सेना ने मारा नहीं बस हाथ-पैर बांध दिए तो अब उन्हें अच्छा नहीं लग रहा।” बता दें कि एक वीडियो में सेना की जीप पर बंधा कश्मीरी युवक दिखाई पड़ा था। आर्मी स्पोक्सपर्सन ने कहा कि इस वीडियो की जांच चल रही है। इस शख्स का दावा है कि वो बाई इलेक्शन में वोट डालकर लौट रहा था।एसी रूम में बैठकर सनसनी नहीं फैलाते-योगेश्वर…
आर्मी पत्थर खाए तो कुछ नहीं, जीप से बांधा तो परेशानी हो गई: योगेश्वर दत्त
 
– ओलिंपिक मेडल विजेता योगेश्वर ने तीन ट्वीट किए। अगले ट्वीट में उन्होंने लिखा, “जो लोग पूछ रहे हैं कि कौन कितनी बार कश्मीर गया है, तो बता दूं कि मैं एसी रूम में बैठ कर सनसनी नहीं फैलाता, हरियाणा के हर घर से एक आर्मी में जाता है।”
– तीसरे ट्वीट में लिखा, “जब ऐसे हालात देखने पड़ते हैं, तो पड़ोस में रहने वाले बचपन के साथियों के लिए मन खराब होता है। देश के सम्मान बचाते हुए उनका अपमान हो रहा है।”
 
गौतम गंभीर ने भी किया था ट्वीट
– कश्मीर में सेना के जवानों से बदसलूकी और मारपीट करने वाले वायरल वीडियो पर गौतम गंभीर ने भी ट्वीट किए थे।
– गंभीर ने लिखा, “जवानों से बदसलूकी, मारपीट और गाली-गलौच का वीडियो वायरल हो रहा है। हमारे आर्मी जवान को मारे गए हर थप्पड़ के बदले 100 जिहादियों को मार देना चाहिए। जिसको भी आजादी चाहिए, वो देश छोड़कर चला जाए। कश्मीर तो सिर्फ हमारा है।”
– “भारत विरोधी हमारे तिरंगे के तीन रंग का मतलब भूल गए? भगवा यानी गुस्से की आग। सफेद यानी जिहादियों के लिए कफन और हरा यानी आतंकवाद से नफरत।”
 
सहवाग ने दिया साथ
– वीरेंद्र सहवाग ने भी इस वीडियो को शेयर करते हुए कहा, “इसे स्वीकार नहीं किया जा सकता। आप हमारे सीआरपीएफ जवानों के साथ ऐसा नहीं कर सकते। अब ये बंद हो जाना चाहिए। ये बदतमीजी की हद है।”
 
वीडियो पर क्या कहा आर्मी ने
– जम्मू-कश्मीर में जिस शख्स को आर्मी की जीप से बांधकर घुमाया गया, उसका नाम फारूख डार है। उसका दावा है कि 9 अप्रैल को बाई इलेक्शन में वोट डालकर वह बहन के घर जा रहा था। इसी दौरान आर्मी ने उसे पत्थरबाज समझकर पकड़ लिया।
– आर्मी के सूत्रों ने बताया कि डार को हंगामे के दौरान पकड़ा गया। श्रीनगर में इलेक्शन के दिन हिंसा और आर्मी पर पथराव के बाद इसे पत्थरबाजों के खिलाफ शील्ड की तरह इस्तेमाल करना पड़ा। उसे सिर्फ 100 मीटर तक बांधकर रखा। डिफेंस स्पोक्सपर्सन ने कहा, ”आर्मी वायरल वीडियो की जांच कर रही है।”
– आर्मी सूत्रों के मुताबिक, ”बडगाम के बीरवाह में आर्मी की पांच गाड़ियों का काफिला जा रहा था। काफिले में आर्मी के जवान, ईसी के अफसर, आईटीबीपी के जवान और दो पुलिसवाले थे। तभी लोग छतों से पत्थर फेंकने लगे।”
– ”हालात इतने ज्यादा बिगड़ गए कि गोली चलाने की नौबत आ गई। खूनखराबा रोकने के लिए मेजर ने एक पत्थरबाज को जीप के आगे बांध दिया, ताकि लोग पत्थर न फेंकें। बाद में उसे पुलिस के हवाले कर दिया।”
 
CRPF जवानों के साथ हुई थी बदसलूकी
– बुधवार को इलेक्शन ड्यूटी के लिए जाते सीआरपीएफ जवानों के साथ हाथापाई और बदसलूकी का वीडियो भी सामने आया था। कुछ प्रदर्शनकारी वापस लौटने के लिए कहते दिखे थे। जवानों को लात-घूंसे भी मारे गए, लेकिन जवान शांत रहे। इस मामले में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।
– बता दें कि श्रीनगर में इलेक्शन के दौरान हुई हिंसा में 8 लोगों की जान गई और 100 से ज्यादा जख्मी हुए थे। इनमें सिक्युरिटी फोर्सेस के जवान और इलेक्शन कमीशन के अफसर भी शामिल थे। श्रीनगर में सिर्फ 7 फीसदी वोटिंग हुई थी।
 

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